कर्नाटक में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों में शफी बेल्लारे भी उम्मीदवार हो सकता है। SDPI (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया) उसे टिकट देने की तैयारी में है। SDPI प्रतिबंधित कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) की राजनैतिक शाखा है। शफी भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या में आरोपित है। फिलहाल वह जेल में बंद है। उसके खिलाफ राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शफी बेल्लारे को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना SDPI के कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल मजीद ने जताई है। मजीद के मुताबिक शफी को पार्टी दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तूर विधानसभा से उम्मीदवार बना सकती है। टाइम्स नाउ पर एक डिबेट के दौरान SDPI प्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि शफी बेल्लारे बेगुनाह है और उसे राजनैतिक कारणों से फँसाया गया है। इस दौरान SDPI प्रवक्ता ने बताया कि अभी उसे उम्मीदवार बनाने को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन फ़रवरी के अंतिम सप्ताह तक आने वाली लिस्ट में उसका नाम हो सकता है। SDPI प्रवक्ता ने शफी बेल्लारे को अपना राज्य सचिव भी बताया।
SDPI is likely to field murder accused, Shafi Bellare, in the upcoming Karnataka election from the Puttur assembly constituency.@sdpikarnataka makes stark comments in an Exclusive conversation with Imran.@KeypadGuerilla shares more intrinsic details with @dekameghna pic.twitter.com/rJfCQAOLf3
— TIMES NOW (@TimesNow) February 13, 2023
SDPI प्रवक्ता ने कहा कि शफी के बारे में अंतिम निर्णय अदालत करेगी। फिलहाल उन्हें दोषी नहीं माना जा सकता। इस दौरान SDPI प्रवक्ता ने शफी को पूरी कानूनी मदद देने का भी एलान किया। वहीं भाजपा ने SDPI की आलोचना की है। भाजपा नेता एस प्रकाश ने SDPI की इस घोषणा को घृणित बताया है। उन्होंने PFI और SDPI को आतंकी संगठन बताते हुए इन्हे जनता द्वारा कड़ा जवाब मिलने की बात कही है। भाजपा नेता के मुताबिक महज घोषणा करने से कोई विधायक नहीं बन जाता।
शफी बेल्लारे का नाम तब चर्चा में आया था, जब 26 जुलाई 2022 को सुल्लिया तालुक में पड़ने वाले गाँव बेल्लारे में भाजपा नेता प्रवीण नेट्टारू को कुल्हाड़ी से काट डाला गया था। हमलावर बाइक पर सवार हो कर आए थे। इस हत्याकांड की जाँच कुछ ही समय बाद NIA को सौंप दी गई थी। NIA ने शफी सहित 20 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। शफी पर प्रवीण की मुखबिरी करने का आरोप है।