कर्नाटक में कॉन्ग्रेस की सिद्धारमैया सरकार में कैबिनेट में विभागों का बँटवारा हो गया है। कर्नाटक कैबिनेट में कुल 34 मंत्री बनाए गए हैं। मंत्री पद न मिलने पर कुछ नेता नाराज भी बताए जा रहे हैं। नाराज विधायकों में सिरा विधानसभा सीट से विधायक टीबी जयचंद्र भी शामिल हैं। टीबी जयचंद्र की पोती ने राहुल गाँधी को खत लिखकर मंत्री बनाने की माँग की है। सात साल की बच्ची का यह खत सोशल मीडिया पर वायरल है।
शनिवार (27 मई, 2023) को कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार किया गया। जिसमें 24 नए मंत्रियों को शामिल किया गया। नए मंत्रियों में एक महिला भी शामिल हैं। अब मंत्रियों को उनके विभाग भी बाँट दिए गए हैं। सीएम सिद्धारमैया ने अपने पास वित्त विभाग (Finance Department), इनफॉर्मेशन, आईटी एवं बीटी, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट रखा है। डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को बड़ा और मध्यम सिंचाई विभाग के साथ-साथ बेंगलुरु शहर विकास मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गई है।
#KarnatakaCabinet portfolio allocation | CM Siddaramaiah keeps Finance, Deputy CM DK Shivakumar gets Major & Medium Irrigation and Bengaluru City Development, HK Patil gets Law & Parliamentary Affairs, Legislation, Tourism and Dinesh Gundu Rao gets Health & Family Welfare,… pic.twitter.com/LZT1QWMeXV
— ANI (@ANI) May 29, 2023
एचके पाटिल को कानून और संसदीय मामले, विधान, पर्यटन मंत्रालय मिला है। गुंडु राव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बनाए गए हैं। कृष्णा बायरेगौड़ा को राजस्व (मुजरई को छोड़कर) विभाग आवंटित किया गया है। गृह विभाग की जिम्मेदारी जी परमेश्वर को दी गई है। प्रियांक खड़गे को भी कैबिनेट में शामिल किया गाय है उन्हें ग्रामीण विकास और पंचायत राज विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
विधायक रुद्रप्पा लमानी, लक्ष्मण सावदी, सीनियर कॉन्ग्रेस नेता एम कृष्णप्पा, कृषणप्पा के विधायक बेटे प्रिया कृष्णा और टीबी जयचंद्र जैसे नेता मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से नाखुश बताए जा रहे हैं। टीबी जयचंद्र की नन्हीं पोती ने तो राहुल गाँधी को पत्र भी लिखा दिया। इस पत्र में उन्होंने अपने दादा को मंत्री बनाए जाने की माँग की। पत्र का स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल है।
कॉन्ग्रेस नेता की पोती ने लिखा, “डियर राहुल गाँधी, मैं टीबी जयचंद्र की पोती हूँ। मैं दुखी हूँ चूँकि मेरे दादा मंत्री नहीं बन सके, मैं चाहती हूँ कि मेरे दादा जी मंत्री बने क्योंकि वे एक सक्षम, मेहनती और दयालु व्यक्ति हैं।” मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कॉन्ग्रेस हाईकमान टीबी जयचंद्र को विधानसभा अध्यक्ष बनाने चाहती थी। लेकिन, उन्होंने यह पद स्वीकार नहीं किया।