कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की पत्नी पार्वती से जुड़े जमीन घोटाले के एक मामले में भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया है, जिसके बाद पार्टी के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने भी पार्वती के खिलाफ शिकायत दायर किया है। इसे ‘मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी’ स्कैम कहा जा रहा है। आरोप है कि मुआवजे की योजना का गलत फायदा उठा कर कॉन्ग्रेसी मुख्यमंत्री की पत्नी ने मैसूर के पॉश इलाके में जमीन अपने नाम करा ली। उनकी 3.16 एकड़ जमीन के बदले 50:50 फॉर्मूला के तहत इसकी आधी जमीन अन्यत्र मुहैया कराई गई।
ये योजना उनलोगों के लिए लाई गई थी, जिनकी जमीन का अधिग्रहण विकास परियोजनाओं के कारण सरकार को करना पड़ता है। अब आरोप है कि इसके तहत कुछ खास लोगों को फायदा पहुँचाया गया है। आरोप है कि CM की पत्नी को दक्षिण मैसूर के प्राइम रियल एस्टेट में 38,283 स्क्वायर फ़ीट जमीन दी गई। आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे अवैध तरीके से इसे लिया गया। पुलिस ने इस मामले में कोई FIR नहीं दर्ज की है, कहा है कि MUDA इस मामले की जाँच कर रहा है।
प्रदेश भाजपा का कहना है कि इससे राज्य सरकार के खजाने को 4000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं सीएम सिद्दारमैया का कहना है कि जिस जमीन के बदले उनकी पत्नी को जमीन दी गई वो उनके साले ने अपनी बहन को गिफ्ट की थी। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा का कहना है कि इस जमीन को 2004 में खरीदा गया था और 2010 में गिफ्ट किया गया था। इसके लिए दस्तावेजों में गड़बड़ी की गई। अब इस मामले से बचने के लिए सिद्दारमैया ने नया पैंतरा आजमाया है।
ಭ್ರಷ್ಟ ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಸರ್ಕಾರದ ಆಡಳಿತದಲ್ಲಿ ಅಘೋಷಿತ ತುರ್ತು ಪರಿಸ್ಥಿತಿ!#SidduMUDAScam #MudaScam pic.twitter.com/fPkFB1P72W
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) July 12, 2024
वो कह रहे हैं कि पिछड़ी जाति से होने के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीति कर रहे हैं, साथ ही कहा कि हमें जवाब देने भी आता है। कर्नाटक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष BY विजयेंद्र विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे, उन्हें भी हिरासत में लिया गया। मैसूर में MUDA के दफ्तर के बाहर भाजपा ने बड़े प्रदर्शन की योजना बनाई थी। उन्हें बस में बिठा कर वापस ले जाया गया। आरोप है कि पार्वती को जो जमीन दी गई, उसके दाम ली गई जमीन से कई गुना अधिक हैं।