प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की, जिसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी हिस्सा लिया। लेकिन, उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए इस बैठक का लाइव प्रसारण कर दिया। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अगर कोरोना से लड़ने की दिशा में कोई राष्ट्रीय योजना होगी तो सभी राज्य सरकारें केंद्र के साथ मिल कर उस दिशा में काम करेगी।
बता दें कि पिछले 1 वर्ष से भी अधिक समय से लगातार कोरोना पर योजनाएँ बन रही हैं और उसे लागू किया जा रहा है, तभी देश पहली लहर से भी बाहर निकला था और अब तक 13.54 करोड़ लोगों का टीकाकरण भी हो चुका है। बैठक में अरविंद केजरीवाल कोरोना के कारण दिवंगत आत्माओं की शांति की बातें कर रहे थे। जबकि वो खुद PM के साथ बैठक के प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे थे।
स्थिति ये आ गई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें टोकना पड़ा। पीएम ने AAP सुप्रीमो को याद दिलाया कि अब तक की जो परंपरा रही है, प्रोटोकॉल रहा है – ये उसके बिलकुल ही खिलाफ हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब कोई मुख्यमंत्री इस तरह की ‘इन हाउस मीटिंग’ का लाइव प्रसारण कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सब को संयम का पालन करना चाहिए। उन्होंने इस हरकत को अनुचित बताया।
इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बैठक का ‘शोक सभा’ की तरह प्रयोग करते हुए कोरोना से मृत लोगों की आत्माओं की शांति से लेकर उनके परिजनों को दुःख सहने की क्षमता देने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की बातें करने लगे। केजरीवाल ने कहा, “अगर मेरी तरफ से कोई गुस्ताखी हो गई है, अगर मैंने कुछ कठोर बोल दिया हो या मेरे आचरण में कोई गलती हो तो मैं उसके लिए आपसे माफ़ी चाहता हूँ।”
When @PMOIndia clearly says it’s not ok to go live when it’s a Closed door meeting between the prime minister and state Cm’s on such imp and sensitive issue & @ArvindKejriwal says he will keep in mind as he never intended to hurt any one or go against the protocols … pic.twitter.com/5hF12R3eIT
— Aishwarya Kapoor (@aishkapoor) April 23, 2021
अरविंद केजरीवाल ने हाथ जोड़ कर ये बाते कहीं। अंत में उन्होंने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि उनकी तरफ से जो भी प्रेजेंटेशन दिए गए, वो काफी अच्छे थे और जो भी निर्देश दिए गए हैं, उनका पालन करेंगे। इस बैठक में दिल्ली के सीएम का पूरा ध्यान अपने भाषण और खुद की बातों के लाइव प्रसारण पर था। नियमों का उल्लंघन और ऊपर से इतने संवेदनशील समय में राजनीति करने के लिए उनकी आलोचना हो रही है।
इस हरकत के बाद सरकारी सूत्रों ने केजरीवाल पर राजनीति करने का आरोप मढ़ा। केजरीवाल ने पीएम से हुई अपनी बातचीत का प्रसारण कर दिया, जो कि नहीं होना था। बाकी लोगों को भी इसकी जानकारी नहीं थी कि अरविंद केजरीवाल क्या कर रहे हैं। किसी को सूचना दिए बगैर पीएम के साथ हुई बैठक में अपनी बात का सीएम ने प्रसारण किया। टेलीविजन वाले भी नहीं समझ पाए कि आखिर ये फुटेज आ कहाँ से रही है।