Sunday, November 17, 2024
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जिस DM का विरोध कर रहे थे मुस्लिम, उन्हें केरल सरकार ने हटाया: श्रीराम वेंकटरमन को हटवाने के लिए उतर गए थे सड़कों पर

"इस देश के इतिहास में पहली बार किसी जिला कलेक्टर को उनके पद से सिर्फ इसलिए हटाया गया है क्योंकि आबादी के एक वर्ग ने उनका विरोध किया था। यह बहुप्रशंसित धर्मनिरपेक्ष केरल में हुआ है। CM पिनराई विजयन ने इस्लामी ताकतों के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है।"

पिछले सप्ताह अलाप्पुझा जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्त हुए आईएएस अधिकारी श्रीराम वेंकटरमन को मुस्लिमों के विरोध के बाद इस पद से हटा दिया गया है। केरल सरकार ने मुस्लिम संगठनों के विरोध के आगे घुटने टेकते हुए अब उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम का महाप्रबंधक नियुक्त किया है। वहीं सरकार द्वारा अलाप्पुझा में उनके स्थानांतरण का से पहले वेंकटरमन केरल चिकित्सा सेवा निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत थे।

वहीं केरल बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट ने कहा, “इस देश के इतिहास में पहली बार किसी जिला कलेक्टर को उनके पद से सिर्फ इसलिए हटाया गया है क्योंकि आबादी के एक वर्ग ने उनका विरोध किया था। यह बहुप्रशंसित धर्मनिरपेक्ष केरल में हुआ है। CM पिनराई विजयन ने इस्लामी ताकतों के सामने पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है।”

उन्होंने आगे कहा, “इससे पहले मुस्लिम संगठनों ने श्रीराम वेंकटरमन को अलाप्पुझा के जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्त करने के खिलाफ राज्य भर में विरोध मार्च निकाला था। आज उन्हें हटा दिया गया है – वोट बैंक की राजनीति का एक उत्कृष्ट उदाहरण। वामपंथ ने अपना असली रंग दिखाया है।”

बता दें कि केरल में उनकी नियुक्ति के विरोध में हजारों मुस्लिमों ने मार्च निकालते हुए नियुक्ति रद्द करने की माँग की थी। यह प्रदर्शन सुन्नी समूह से जुड़े कई मुस्लिम संगठनों ने आयोजित किया था। यह प्रदर्शन केएम बशीर नाम के पत्रकार की मौत के आरोपित श्रीराम वेंकटरमण की अलाप्पुझा जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्ति के खिलाफ शनिवार, 30 जुलाई, 2022 को तिरुवनंतपुरम में राज्य सचिवालय और सभी जिला कलेक्ट्रेट के सामने शुरू हुआ था। केरल में भारी विरोध के बाद अब पिनराई विजयन सरकार ने घुटने तक दिए हैं। वहीं केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (KUWJ) ने भी सोमवार को राज्य सरकार से इस फैसले को वापस लेने की माँग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था।

इस मामले में कॉन्ग्रेस के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी श्रीराम वेंकटरमन को अलाप्पुझा जिला कलेक्टर नियुक्त करने के केरल सरकार के फैसले की निंदा की थी। वहीं उन्हें हटाए जाने के लिए अलाप्पुझा की जिला कॉन्ग्रेस कमिटी ने भी सोमवार 25 जुलाई को जिला कलेक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुरू में आईएएस ऑफिसर श्रीराम वेंकटरमन की अलाप्पुझा जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्ति को सही ठहराते हुए बचाव किया था। लेकिन भारी दबाव और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए अब उन्होंने अपना फैसला बदल दिया है।

बता दें कि श्रीराम पर नशे में गाड़ी चलाने का आरोप है। जिसके कारण 2019 में एक पत्रकार केएम बशीर की मौत हो गई थी। तब रिपोर्ट के अनुसार, कहा जा रहा है कि कथित तौर पर नशे की हालत में श्रीराम द्वारा तेज गति से चलाई जा रही एक कार ने तिरुवनंतपुरम में संग्रहालय जंक्शन के पास बशीर को कुचल दिया था। घटना के समय बशीर तिरुवनंतपुरम में सिराज दैनिक के कर्मचारी थे।

इस हादसे के बाद बड़ा विवाद हुआ था। हालाँकि, तब उन्हें तब राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया था। वहीं इस मामले में उन्हें प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट कोर्ट ने अक्टूबर 2020 में जमानत दे दी थी। बाद में श्रीराम को मार्च 2020 में सरकार द्वारा सेवा में वापस बहाल कर दिया गया और स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय विभाग में संयुक्त सचिव बना दिया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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