राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और केरल की वामपंथी सरकार के वन मंत्री एके शशिन्द्रन ने मंगलवार (20 जुलाई 2021) को उन आरोपों का खंडन किया है, जिसमें उन पर आरोप है कि उन्होंने कोल्लम से अपनी पार्टी के नेता द्वारा एक महिला के यौन शोषण के मामले को सुलझाने में दखल दिया था।
इस मामले में एके शशिन्द्रन का नाम मंगलवार (20 जुलाई 2021) को उस वक्त सामने आया, जब कुछ टीवी चैनलों पर उनका ऑडियो चलाया गया। टीवी पर प्रसारित ऑडियो में वन मंत्री को पीड़िता के पिता से मुद्दे को सुलझाने के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है।
ऑडियो क्लिप (जो न्यूज चैनलों पर चलाई गई) में मंत्री ने कहते हैं, “मुझे पता चला है कि हमारी पार्टी के नेता के खिलाफ एक छोटा सा मामला है।” इसके बाद पीड़ित के पिता ने सवालिया अंदाज में पूछा कि क्या यह फोन उनकी बेटी के साथ हुए दुर्व्यवहार को सुलझाने के लिए किया गया है? इस सवाल के जवाब में शशिन्द्रन ने सहमति जताई कि वह इस घटना के बारे में जानते हैं और उन्हें यह भी कहते सुना गया कि इसे सुलझाया जाना चाहिए।
इस पूरी बातचीत में जब पीड़िता के पिता ने मंत्री एके शशिन्द्रन की बात का विरोध किया तो उन्होंने धमकाने वाले स्वर में जोर देकर कहा कि इसे बिना किसी परेशानी के हल किया जाना चाहिए।
अब यह मामला तूल पकड़ चुका है। इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए मंत्री शशिन्द्रन ने कहा है कि उन्होंने इस मुद्दे को पार्टी का मामला मानते हुए पीड़िता के पिता को बुलाया था। उन्होंने कहा, “यह सच है कि मैंने महिला के पिता से मामले को निपटाने के लिए कहा है। लेकिन, मुझे नहीं पता था कि यह यौन उत्पीड़न का मामला है।” आपको बता दें कि पीड़िता युवा मोर्चा की कार्यकर्ता है, जबकि उसके पिता एनसीपी के नेता हैं।
क्या है पूरा मामला
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कोल्लम की रहने वाली महिला ने 28 जून 2021 को NCP के राज्य कार्यकारी सदस्य जी पद्माकरण के खिलाफ स्थानीय पुलिस में शिकायत की थी। इसमें पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आरोपित ने उसे होटल में बुलाकर यह पूछा था कि उसने विपक्षी पार्टी क्यों ज्वाइन की और स्थानीय निकाय का पिछला चुनाव क्यों लड़ा था? पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि आरोपित ने उसका हाथ पकड़ कर कहा था कि क्या उसने पैसे के लिए ये सब किया है। अगर पैसा चाहिए तो वो उसे और अधिक पैसा दे सकता है।
महिला का आरोप है कि पद्माकरण ने बाद पार्टी के सोशल मीडिया ग्रुप्स पर भी उसके साथ दुर्व्यवहार किया। ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद महिला ने मीडिया को बताया कि उसने 28 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है।
इस केस में सीपीआईएम के राज्य सचिव ए विजयराघवन का कहना है कि इसके बारे में अच्छी तरह से स्टडी करने के बाद ही पार्टी कोई बयान देगी। वहीं विधानसभा में विपक्षी कॉन्ग्रेस के नेता वीडी सतीसन ने वन मंत्री का इस्तीफे की माँग की है।