उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री धर्मपाल सिंह ने पिछले हफ्ते कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है। अब सरकार अतिक्रमण किए गए वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर बुलडोजर चलाएगी। उन्होंने 2 अप्रैल को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) में कहा कि सरकार भूमि को मुक्त कराएगी और फिर उसका इस्तेमाल अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए करेगी।
सिंह ने उत्तर प्रदेश के मदरसों में दी जाने वाली शिक्षा पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा मदरसों में राष्ट्रवाद को प्रेरित करने वाली शिक्षा दी जाएगी। केवल उन्हीं मदरसों के संचालन की अनुमति दी जाएगी जो आतंकवादियों की कहानियों का महिमामंडन करना बंद कर दें। सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मदरसों में राष्ट्रवाद पढ़ाया जाना चाहिए न कि आतंकवाद। यूपी सरकार 2.0 व्यावसायिक शिक्षा पर जोर देगी।”
Madrassas to now teach nationalism, not terrorism: UP minister Dharampal Singh’s comment sparks controversy@amir_haque joins us with all the latest.#UttarPradesh #DharampalSingh | @Swatij14 pic.twitter.com/kviR3623IK
— TIMES NOW (@TimesNow) April 3, 2022
सिंह ने कहा, “मदरसा भारत की शिक्षा प्रणाली का एक अंग हैं। इसकी पहली वजह यह है कि मुस्लिम आबादी अनुपातिक रूप से शिक्षा में पिछड़ी रही है। पाठ्यक्रम में वैज्ञानिक और धर्मनिरपेक्ष विषयों का अभाव है। जिसकी वजह से स्नातक करने के बाद रोजगार पाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।”
धर्मपाल सिंह ने यह भी कहा कि राज्य में मदरसा का सिलेबस केंद्र की नई शिक्षा नीति पर आधारित होगा। बरेली की आँवला सीट से पिछला विधानसभा चुनाव जीतने वाले सिंह ने कहा कि मदरसा शिक्षा पाठ्यक्रम में बदलाव किया जाएगा और छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी।
इस दौरान धर्मपाल सिंह ने यह भी कहा कि सरकार ने गायों की रक्षा के लिए राज्य भर की प्रत्येक नगर पालिकाओं में गौशालाएँ बनाने की योजना बनाई है। प्रदेश की हर नगर पालिका में एक बड़ा गौशाला बनाया जाएगा। शेल्टर में गायें खुले में नहीं घूमेंगी। उच्च दुग्ध उत्पादन वाली बेहतर नस्ल की गायों को भी गौशालाओं में रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि गौशालाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध किया जाएगा ताकि उनके मैनेजमेंट के लिए बाहरी आर्थिक मदद की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा, “गौशालाओं को गाय के दूध और गाय के गोबर और अन्य संबंधित उत्पादों की बिक्री से अर्जित आय के माध्यम से मेटेंन किया जाएगा।” धर्मपाल सिंह ने बरेली की आँवला सीट से पिछला विधानसभा चुनाव जीता था। अल्पसंख्यक मामलों के विभाग के साथ सिंह के पास उत्तर प्रदेश का पशुपालन विभाग भी है।
गौरतलब है कि इससे पहले, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के राजनीतिक सचिव और विधायक सांसद रेणुकाचार्य ने भी कहा था कि वह मुख्यमंत्री से मदरसों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह करेंगे क्योंकि वे राष्ट्र विरोधी तत्व पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा था, “मदरसे युवा लोगों को भड़काऊ चीजें सिखाते हैं और वे भविष्य में राष्ट्र विरोधी तत्व बन जाते हैं। इसलिए हमें ऐसे संस्थानों की जरूरत नहीं है। मुस्लिम छात्रों को नियमित स्कूलों में पढ़ने दें क्योंकि वे भी भारतीयों के बच्चे हैं वरना मदरसों को नियमित पाठ्यक्रम पढ़ाना होगा।”