श्रीनगर के मेयर जुनैद अजीम मट्टू ने नेशनल कांफ्रेंस के मुखिया फ़ारूक़ अब्दुल्ला पर गैर इस्लामिक होने का आरोप लगाया है। इस बावत उन्होंने एक फोटो भी ट्वीट किया है जिसमें उनके पास भगवान नटराज की मूर्ति रखी हुई है। जुनैद ने इस बात से भी नाराजगी जताई है कि मदीना स्थित मस्जिद अल नवाबी की तस्वीर नटराज के नीचे कैसे रखी गई है। मट्टू ने यह ट्वीट फारुख अब्दुल्ला के उस बयान पर दिया है जिसमें उन्होंने कश्मीरी युवाओं से कुरान की शिक्षाओं पर अमल करने की अपील की थी।
दरअसल 12 मई (शुक्रवार) को द कश्मीर वाला नामक समाचार पोर्टल पर फ़ारूक़ अब्दुल्ला का एक बयान प्रकशित हुआ था। तब उन्होंने कश्मीर के युवाओं को पैगाम दिया था कि वो नमाज़ पढ़ें और कुरान पर अमल करें। इस दौरान अब्दुल्ला ने बताया कि हर कश्मीरी चाहता है कि उसके राज्य का पुराना दर्जा बहाल हो। अब्दुल्ला ने कश्मीर में अराजकता और बेरोजगारी में बढ़ोत्तरी होने का आरोप लगाते हुए युवाओं ने इस्लामी शिक्षाओं का पालन करने को कहा। उन्होंने कहा था कि अगर क़ुरान पढ़ नहीं सकते तो कम से कम उसे सुनो।
फ़ारूक़ अब्दुल्ला के इस्लामी शिक्षाओं पर चलने की सलाह के बयान पर श्रीनगर के मेयर जुनैद अजीम ने पटलवार किया है। जुनैद ने फारुख अब्दुल्ला की ही हरकतों को गैर इस्लामी बता दिया। उन्होंने 12 मई 2023 को किए गए अपने ट्वीट में 3 तस्वीरों को शेयर किया है। एक तस्वीर में सोफे पर बैठे फ़ारूक़ अब्दुल्ला के पीछे 2 युवा खड़े दिख रहे हैं। सोफे के बगल टेबल रखा है और उस टेबल पर भगवान नटराज की बड़ी सी मूर्ति रखी हुई है। मूर्ति के नीचे एक छोटी ही तस्वीर मदीना स्थित मस्जिद अल नवाबी की है।
An apostate to Islam, a ‘مرتد الاسلام’ (for abandoning basic principles and tenets of Islam), a Gustaakh-e-Rasool ﷺ (see recent pictures from Dr. Sahab’s residence below) has the AUDACITY to become a Khateeb and an evangelist on and off.
— Junaid Azim Mattu (@Junaid_Mattu) May 12, 2023
Show me ONE Muslim home where a model of… https://t.co/d2jM80cuIt pic.twitter.com/Z1KxFVAoQe
अपने ट्वीट में जुनैद ने फारुख अब्दुल्ला को मुर्तद (इस्लामी उसूलों को त्याग देने वाला) और गुस्ताख़ ए रसूल बताया है। उन्होंने आगे लोगों से फ़ारूक़ अब्दुल्ला के हॉल की तस्वीरें देखने की अपील की है। मट्टू ने लोगों से कहा कि कोई एक ऐसा मुस्लिम का घर दिखाए जहाँ मस्जिद अल नवाबी का ऐसे अपमान हो रहा हो। अपने ट्वीट में जुनैद अजीम मट्टू ने फारुख अब्दुल्ला द्वारा कश्मीर के युवाओं को दी जा रही इस्लामी शिक्षाओं पर अमल की बातों को नाटक बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि वो अपने नाटक में कुरान या नमाज़ की बातों का जिक्र न करें।
जुनैद ने फ़ारूक़ अब्दुल्ला पर आरोप लगया है कि वो खुद इस्लामी कानूनों को नहीं मानते लेकिन मज़हबी उपदेशक बनने की कुचेष्टा कर रहे हैं। जुनैद ने अपने ट्वीट के अंत में अरबी में कुछ लाइनें लिखी हैं।