जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री रह चुकीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को देश में लोकतंत्र खतरे में नजर आने लगा है। उन्हें लगता है कि कॉन्ग्रेस का 70 साल का शासन बीजेपी से कहीं अधिक बेहतर था। महबूबा ने बीजेपी पर तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मुद्दों पर वोट हासिल करने के लिए राजनीति करने का आरोप लगाया।
पीडीपी चीफ ने रविवार (19 सितंबर 2021) को बीजेपी पर अपने सात साल के कार्यकाल के दौरान पूरे देश के लोगों को कष्ट पहुँचाने का आरोप लगाया और दावा किया कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह से बर्बाद करके रख दिया है। महबूबा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकाल में हिंदू नहीं, बल्कि देश का लोकतंत्र खतरे में हैं। अच्छे काम करके बीते 70 वर्षों में कॉन्ग्रेस ने जो भी बनाया था इस पार्टी ने सबकुछ बेचना शुरू कर दिया है।
महबूबा ने बीजेपी पर संसाधनों को बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सभी चीजों के दाम बढ़ा रही है, ताकि विधायकों को खरीदने औऱ डराने के लिए अपने खजाने की भरपाई कर सके।
पीडीपी की युवा इकाई द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि देश में किसी के तालिबान का नाम लेने भर से उसे ‘राष्ट्र-विरोधी’ करार दे दिया जा रहा है। जबकि इनको किसान आंदोलन, महंगाई और दूसरे मामलों पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होने आगे कहा, “वे लद्दाख में घुसपैठ करने वाले चीन के बारे में बात नहीं करेंगे, क्योंकि उन्हें देश के बारे में बात करने से वोट नहीं मिलता है। अगर आप लोगों को डराना चाहते हैं तो तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बारे में बात करें और यहाँ-वहाँ कुछ करें और वोट माँगें।”
महबूबा ने तालिबान की वकालत करते हुए कहा कि अफगानिस्तान में महिलाओं के खिलाफ तालिबान द्वारा अपनाए गए दमनकारी उपायों पर बहस चल रही है, लेकिन कोई भी भारत की महिलाओं के बारे में बात नहीं कर रहा है जो बलात्कार और दहेज हत्याओं का सामना कर रही हैं।