Monday, December 23, 2024
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‘ISIS विचारधारा हो या जिहादी, देश की सुरक्षा के लिए खतरा बनने पर क्रूरता से कुचल दिया जाएगा’: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- गुजरात में BJP अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ेगी

अमित शाह ने कहा कि अब देश में साजिश करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ISIS हो या जिहादी हो, अगर वे देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बनेंगी तो उन्हें क्रूरता के साथ कुचल दिया जाएगा। उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि साल 1990 के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) गुजरात में एक भी चुनाव नहीं हारी है। चाहे वह विधानसभा का चुनाव हो या लोकसभा का। इस बार भाजपा अब तक हासिल किए गए सीटों और वोट प्रतिशत के सारे रिकॉर्ड को तोड़ने जा रही है। उन्होंने कहा कि देश में आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बनने वाले किसी भी विचारधारा, चाहे वह ISIS हो या जिहादी, क्रूरता से कुचल दिया जाएगा।

आम आदमी पार्टी (AAP) को इस चुनाव में फैक्टर मानते हुए अमित शाह ने कहा कि त्रिकोणीय चुनाव गुजरात का स्वभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि चिमनभाई पटेल, शंकर सिंह वाघेला और केशुभाई पटेल ने कोशिश की थी, लेकिन उन लोगों को अपनी-अपनी पार्टी को खत्म करना पड़ा। इसलिए इस चुनाव में AAP का नाम सिर्फ मीडिया में है, जमीनी स्तर पर नहीं।

गुजरात में कॉन्ग्रेस के कम होते जनाधार के कारण वैक्यूम को AAP द्वारा भरने के सवाल पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि यह भाजपा द्वारा भी भरा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कई बार जनता सत्ताधारी पार्टी को और मजबूत करने की कोशिश करती है। गुजरात में भाजपा के मामले में ऐसा ही है।

रिपब्लिक न्यूज के संपादक अर्णव गोस्वामी के साथ बाचतीत में अमित शाह ने कहा, “गुजरात में कॉन्ग्रेस ही विपक्षी पार्टी है, AAP नहीं। उन्होंने कहा कि वे 47 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्यक्ष रूप से शामिल रहे हैं, जमीन स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किए हैं और इसमें स्पष्ट है कि मुकाबला कॉन्ग्रेस से है, लेकिन भारी जीत भाजपा की होने जा रही है।”

सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा भारतीय मुद्रा पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो छापने की माँगकर हिंदुत्व कार्ड खेलने की कोशिश पर अमित शाह ने कहा, “गुजरात की जनता इतनी भोली नहीं है। राजनीति में हर व्यक्ति की विश्वसनीयता का अपना एक इतिहास होता है। आप किस तरह की बात करते हो, आपकी आइडियोलॉजी क्या है और उसका लक्ष्य क्या है?”

उन्होंने आगे कहा, “जैसे हमने भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक कहा कि हम धारा 370 हटाएँगे। एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चल सकते। हमने इसे करके दिखाया। हमन रामजन्मभूमि को लेकर कहा था कि हमारा मानना है कि रामजी का जन्म इसी स्थान पर हुआ था। जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में आई और प्रधानमंत्री ने सारी समस्याओं को दूर कर भूमि पूजन और शिलान्यास किया तो जनता में एक विश्वास बना। तो इससे क्रेडेनशियल बनते हैं।”

तीन तलाक को लेकर उन्होंने कहा, “किसी भी पंथनिरपेक्ष देश में धर्म के आधार पर कानून नहीं होने चाहिए। इसलिए हमने तीन तलाक खत्म किए। तो हमने करके दिखाया। तो बोलने से पार्टी या व्यक्ति की विश्वसनीयता नहीं बनती, करने से बनती है। भाजपा के पास उसके कामों की पूँजी है।”

समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, “हमने कहा था कि इस देश में समान नागरिक संहिता की पैरवी करेंगे और अगर हम पावर में आते हैं तो इसे लाएँगे। हमने 1950 में ये बात कही थी और आज भारत के तीन राज्यों ने इसके लिए पहल की है। कुछ ही दिनों में तीनों राज्यों में कॉमन सिविल दिखाई देगा।”

राज्यों के बजाए केंद्र में UCC लागू करने के सवाल पर गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा का मुख्य उद्देश्य इसे बहस में लाना है। राज्य इसे लागू करते हैं तो इस पर बहस होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की आइडियोलॉजी के आधार पर इतना बड़ा फैसला लेने के बजाय अच्छा हो कि इस पर एक सार्वजनिक बहस हो। अन्य लोगों के विचारों का भी महत्व है और उस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समय देखकर इस पर संसद में भी चर्चा होगी।

विनायक दामोदर सावरकर पर राहुल गाँधी के बयान को लेकर अमित शाह ने कहा कि एक देशभक्त के लिए इस तरह के विचार निंदनीय हैं। सावरकर ने सिर्फ देश के लिए सोचा और असीम यातनाएँ सहीं। उन्होंने कहा कि सावरकर ने बिना सोचे-समझे देश के लिए दरिया में छलाँग लगा दी। ऐसे व्यक्ति के लिए देश के साथ धोखेबाजी वाली बात कहना किसी भी व्यक्ति या पार्टी को शोभा नहीं देता।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अमित शाह ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में उनसे अधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री आज तक नहीं हुआ। वे आज भी सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा, “यूपी चुनाव के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली जाते हैं और यूक्रेन और रूस के नेताओं से कहते हैं कि हमारे बच्चे फँसे हैं। अगर 2-3 घंटे के लिए युद्ध रोक दिया जाए तो हम अपने बच्चों को निकाल लेंगे और दोनों देश उनकी बात मान जाते हैं। आज उनसे ज्यादा प्रभावशाली नेता पूरे विश्व में कोई नहीं है।”

लाल बहादुर शास्त्री का उदाहरण देते हुए अमित शाह ने कहा, “हमने शास्त्री जी के आह्वान पर देश की जनता को चावल छोड़ने की बात सुनी थी। उनके बाद पहली बार कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश की 130 जनता अपने घरों में बंद रही।”

गुजरात के घटलोडिया सीट की रैली में बेट द्वारका के अवैध मजारों पर अपने दिए गए बयान को लेकर अमित शाह ने कहा, “बेट द्वारका देश के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। माना जाता है कि जब द्वारका समुद्र में डूबी तो वहीं डूबी है। इसके तथ्य भी मिले हैं। वो एक जाँच का विषय है। देश में किसी भी जगह पर, खासकर सीमांत क्षेत्र में और दरियाई सीमा पर अवैध अतिक्रमण होता है तो वह देश के लिए खतरा है और वह अवैध अतिक्रमण धार्मिक आधार पर होता है तो और बड़ा खतरा है।”

आंतरिक सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा, “आंतरिक सुरक्षा का मुद्दा किसी भी राज्य के चुनाव के लिए महत्वपूर्ण है और गुजरात जैसे सीमांत राज्य के लिए और महत्वपूर्ण है। मैंने अपने युवा दिनों में देखा है कि जहाँ से पोरबंदर जिले की शुरुआत होती थी, वहाँ पर बोर्ड लिखा था- ‘यहाँ से पोरबंदर जिले की सीमा शुरू होती है, यहाँ से कानून-व्यवस्था की सीमा समाप्त होती है।’ गुजरात सरकार की वेबसाइट पर आज भी लिखा है कि 1984 में नोटिफिकेशन निकालकर कर पोरबंदर जेल बंद करनी पड़ी थी, क्योंकि वहाँ कंट्रोल नहीं हो पा रहा थ।”

उन्होंने आगे कहा, “पूरे सागर के किनारे स्मगलरों का अड्डा था। यहीं से मौत का सामान पूरे देश को जाता था। 2001 में नरेंद्र भाई के शासन के बाद वहाँ परिंदा भी पर नहीं मार सकता। स्मगलिंग की एक्टिविटी बंद हो गई। जो गैंग्स बने थे, उन्हें दूरबीन लेकर भी आज आप ढूँढ नहीं सकते। 365 दिन में 250 दिन कर्फ्यू रहता था गुजरात में। सांप्रदायिक हिंसा होती रहती थी। आज 20 साल से किसी ने कर्फ्यू नहीं देखा है।”

देश में जिहादी गतिविधियों के जारी रहने को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा को लेकर सरकार की जीरो टोलरेेंस नीति है। उन्होंने कहा कि इसके लिए UAPA कानून में संशोधन लाकर उसे कठोर बनाया गया। NIA में संशोधन करके विदेशों तक उसकी जाँच का दायर बढ़ाया। संगठन के साथ-साथ व्यक्ति को भी टेररिस्ट घोषित करने का अधिकार NIA को दिया गया। NIA के दायरे को बढ़ाकर नारकोटिक्स और वामपंथी उग्रवादी तक ले गए।

अमित शाह ने कहा कि अब देश में साजिश करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ISIS हो या जिहादी हो, अगर वे देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बनेंगी तो उन्हें क्रूरता के साथ कुचल दिया जाएगा। उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत समय के बाद आज देश अपनी संस्कृति के प्रति गौरवान्वित हो रहा है। इसके मूल में गुजरात की भाजपा की सरकार रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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