नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रियों ने कल शपथ लेने के बाद आज अपने-अपने मंत्रालय में पदभार ग्रहण कर लिया। आइये जानते हैं मोदी सरकार के मंत्रियों के बारे में ख़ास बातें।
निर्मला सीतारमन
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पूर्व रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन को वित्त मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। देश की पहली रक्षा मंत्री बनकर इतिहास रचने वाली निर्मला सीतारमन ने एक बार फिर से पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनने का गौरव अपने नाम कर लिया है। हालाँकि, इससे पहले प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गाँधी ने 1970 से 1971 के बीच वित्त मंत्री का अतिरिक्त कार्यभाल संभाला था।
निर्मला सीतारमन की गिनती उन महिलाओं में होती है, जिन्होंने बेहद कम समय में राजनीति में अपना अलग मुकाम हासिल किया है। बतौर रक्षा मंत्री उन्होंने कड़ी चुनौतियों का सामना किया। नई सरकार में सीतारमन को वित्त मंत्रालय के साथ-साथ कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय संभालने का जिम्मा भी सौंपा गया है।
Nirmala Sitharaman takes charge as Minister of Finance and Corporate Affairs. #UnionCabinet pic.twitter.com/JU8lnvIan6
— ANI (@ANI) May 31, 2019
सुब्रमण्यम जयशंकर
पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर भारत के नए विदेश मंत्री हैं। वे भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके हैं। पद्मश्री से सम्मानित एस जयशंकर बिना चुनाव लड़े ही मंत्री बने हैं। जयशंकर को राज्यसभा का सदस्य बनाए जाने की पूरी संभावना है क्योंकि उन्होंने लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा है। दरअसल, केंद्रीय मंत्री को पदभार ग्रहण करने के 6 महीने के भीतर एक सदन का सदस्य होना आवश्यक होता है।
जनवरी 2015 से लेकर जनवरी 2018 तक विदेश सचिव रहते हुए उन्होंने मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान उनकी विदेश नीति को आकार प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले यूपीए सरकार में भी इनका काम काफी अच्छा रहा। जयशंकर ने विदेश सचिव के रूप में अमेरिका, चीन समेत बाकी देशों के साथ भी महत्वूर्ण समझौतों में हिस्सा लिया। चीन के साथ 72 दिन तक चले डोकलाम विवाद को सुलझाने में भी जयशंकर का अहम रोल रहा। डोकलाम विवाद को सुलझाने में जयशंकर, डोभाल और मोदी रात-रात भर जागकर काम किया करते थे।
External Affairs Ministry goes to former Foreign Secretary S Jaishankar
— ANI Digital (@ani_digital) May 31, 2019
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गिरिराज सिंह
भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह को पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। मंत्रालय के आवंटन के बाद गिरिराज सिंह ने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी गई है, उसे वह पूरी जवाबदेही के साथ निभाएँगे। बेगूसराय से कम्युनिस्ट कन्हैया कुमार को हराने वाले गिरिराज सिंह ने कहा कि वह पीएम मोदी के रोडमैप को आगे ले जाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार में बतौर मंत्री वह इस विभाग को संभाल चुके हैं।
Giriraj Singh on being appointed as Minister of Animal Husbandry, Dairying & Fisheries: Whatever responsibility I have been given I will work to take it forward in PM’s road map. I have already managed this portfolio in Bihar then I will like working in this portfolio once again. pic.twitter.com/i5sGEpcYGD
— ANI (@ANI) May 31, 2019
जनरल वी के सिंह
पिछली सरकार में विदेश राज्य मंत्री का पदभार संभाल चुके जनरल वी के सिंह को सड़क परिवहन मंत्रालय में राज्य मंत्री का ओहदा दिया गया है। इस जिम्मेदारी के मिलने पर वी के सिंह ने सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को महत्त्वपूर्ण मंत्रालय बताते हुए नितिन गडकरी के साथ मिलकर काम को आगे बढ़ाने की बात कही। हालाँकि इससे पहले उन्हें विदेश या रक्षा मंत्रालय मिलने के कयास लगाए जा रहे थे क्योंकि उन्होंने 40 साल सेना में और 5 साल विदेश मंत्रालय में बतौर राज्य मंत्री काम किया है।
प्रताप चंद्र सारंगी
ओडिशा के मोदी के नाम से मशहूर प्रताप चंद्र सारंगी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन राज्य मंत्री बनाया गया है। प्रताप चंद्र सारंगी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में बालासोर संसदीय सीट से बीजद प्रत्याशी रबींद्र कुमार जेना को 12,956 मतों से हराया। सारंगी को उनके सादे जीवन के लिए भी जाना जाता है। मंत्रालय का कार्यभार मिलने के बाद उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताया और कहा कि आम आदमी और पीएम मोदी का विश्वास जीतने के लिए वह अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।
गजेंद्र सिंह शेखावत
इस बार की सरकार में एक नए मंत्रालय जल शक्ति का गठन किया गया। दरअसल, नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी वादे को निभाते हुए इस मंत्रालय का गठन किया है, ताकि लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके। इस मंत्रालय का कार्यभार जोधपुर से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को सौंपी गई है, जिन्होंने जिन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे को हराया था।