नारदा भ्रष्टाचार मामले में केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने तृणमूल कॉन्ग्रेस के नेताओं को गिरफ्तार करने के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ याचिका दायर की है। बता दें कि टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी के बाद ममता बनर्जी ने सीबीआई को खुद को गिरफ्तार करने की चुनौती दी थी।
सीबीआई ने इस कथित घोटाले के संबंध में दायर 123 पन्नों की अपनी इस याचिका में ममता के साथ ही उनके करीबी सहयोगी और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और राज्य के कानून मंत्री मलय को भी शामिल किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को मामले में पक्षकार बनाया गया है। सीबीआई ने इस याचिका में सीएम बनर्जी के गलत व्यवहार का जिक्र किया है। साथ ही जाँच एजेंसी ने पूरे मामले को हाईकोर्ट में ट्रांसफर किए जाने की माँग की है।
अब, ममता को या तो खुद या अपने वकील के माध्यम से जवाब देना होगा क्योंकि सीबीआई ने अपील की है कि विशेष अदालत का जमानत का फैसला निरस्त किया जाए, साथ ही पूरे मामले को उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया जाए।
वकील अनिंदो राउत ने दावा किया था कि उन्होंने ममता बनर्जी को अधिकारियों से यह कहते सुना कि स्पीकर और राज्य सरकार की अनुमति के बिना मंत्रियों और विधायकों की गिरफ्तारी कोई नहीं कर सकता। अधिवक्ता अनिंदो राउत ने सोमवार (मई 17, 2021) को दावा किया था, “मैंने सीएम ममता बनर्जी को अधिकारियों से यह कहते सुना है कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि बिना स्पीकर और राज्य सरकार की अनुमति के कोई राज्य के अधिकारियों को गिरफ्तार कर सकता है। उन्होंने कहा था, “अगर आप मेरे अधिकारियों को गिरफ्तार करते हैं तो आपको मुझे (ममता को) गिरफ्तार करना होगा।”
TMC नेताओं की CBI गिरफ्तारी पर ममता ने मचाया था हंगामा
गौरतलब है कि सोमवार की सुबह सीबीआई ममता सरकार के मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर शोभन चटर्जी को पूछताछ के लिए अपने दफ्तर ले गई। बाद में इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। हालाँकि, शाम में ही न्यायमूर्ति अनुपम मुखर्जी के नेतृत्व वाली विशेष सीबीआई अदालत ने चारों आरोपितों को जमानत दे दी।
कोलकाता में निजाम पैलेस यानी सीबीआई दफ्तर के बाहर तृणमूल कार्यकर्ताओं (टीएमसी) ने जमकर हंगामा व उत्पात मचाया। सीबीआई दफ्तर के बाहर सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बलों पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी भी की।
वहीं, अपने नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में सबसे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह करीब 10:48 बजे CBI दफ्तर पहुँच गईं और 6 घंटे तक वहीं बैठी रहीं। उन्होंने एजेंसी को अपनी गिरफ्तारी की चुनौती भी दी थी और टीएमसी ने सीबीआई पर बदले के तहत कार्रवाई करने का आरोप लगाया था।
उल्लेखनीय है कि बंगाल में साल 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले नारदा स्टिंग टेप सार्वजनिक हुए था। स्टिंग ऑपरेशन कथित तौर पर नारदा न्यूज पोर्टल के मैथ्यू सैमुअल ने किया था। इन स्टिंग्स में टीएमसी नेताओं को कथित तौर पर कंपनी के प्रतिनिधियों से रुपए लेते हुए देखा गया था।