Monday, November 18, 2024
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ज़्यादा बोलने की वजह से सिद्धू की आवाज़ को ख़तरा, सभाएँ रद्द, अस्पताल में हुए भर्ती

दिसंबर में मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें पाँच दिन पूरी तरह आराम करने की सलाह दी थी। डॉक्‍टरों ने कहा था कि अब यदि अधिक बोला तो उनकी आवाज़ जा सकती है। छह महीने पहले उनके ख़ून के कई परीक्षण करने के बाद नतीजों का गम्भीरतापूर्वक मूल्यांकन किया गया था।

नवजोत सिंह सिद्धू की आवाज़ पर एक बार फिर से ख़तरा मँडराने लगा है। ताज़ा ख़बरों के अनुसार, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जहाँ उनका इलाज चल रहा है। उनकी हालत ख़राब होने की वजह से उन्हें ‘Steroid Meditation’ पर रखा गया है और उन्हें कई इंजेक्शन भी दिए गए हैं। उनके ‘Vocal Chords’ को काफ़ी नुक्सान पहुँचा है और इलाज ख़त्म होने के बाद ही वह फिर से प्रचार अभियान में लौट पाएँगे। इससे पहले दिसंबर 2018 में भी ख़बर आई थी कि लगातार बोलने के कारण सिद्धू अपनी आवाज़ खोने की कगार पर पहुँच गए हैं।

पंजाब केसरी में छपी ख़बर के मुताबिक़, डॉक्टरों ने सिद्धू को अपने गले पर एक ख़ास बाम लगाने को कहा है। दिक्कत यह है कि उस बाम को लगाने के बाद सिद्धू 4 दिनों तक बोलने में अक्षम होंगे। वहीं अगर वो इंजेक्शन और दवाओं का सहारा लेते हैं तो उन्हें 48 घंटे आराम करना पड़ेगा। सिद्धू ने फिलहाल चुनाव को देखते हुए दवाओं व इंजेक्शन का सहारा लिया है। वो चुनाव बाद नियमित और स्थायी उपचार के लिए जाएँगे। उधर रविवार (मई 12, 2019) को मध्य प्रदेश में उनकी सभाएँ रद्द होने के कारण कॉन्ग्रेस नेताओं को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। पुनासा में सिद्धू के न पहुँच पाने के लिए कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा गया कि उनके हैलीकॉप्टर को इंदौर में ईंधन नहीं दिया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा किया।

दिसंबर में मामले की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें पाँच दिन पूरी तरह आराम करने की सलाह दी थी। डॉक्‍टरों ने कहा था कि अब यदि अधिक बोला तो उनकी आवाज़ जा सकती है। छह महीने पहले उनके ख़ून के कई परीक्षण करने के बाद नतीजों का गम्भीरतापूर्वक मूल्यांकन किया गया था। इसके बाद सिद्धू किसी अज्ञात स्थान पर चले गए थे। सिद्धू को कई दिनों से फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कई तरह की प्रैक्टिस करा रहे थे और उन्हें विशेष दवाएँ देने के साथ-साथ साँस लेने का अभ्यास भी कराया जा रहा था।

ख़बरों के अनुसार, पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू कॉन्ग्रेस के सबसे सक्रिय स्टार प्रचारकों में से एक रहे हैं। उन्होंने अब तक पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश से लेकर कई राज्यों में जनसभाएँ की है और लगातार बोलते रहने के लिए जाने जाने वाली सिद्धू लोकसभा चुनाव 2019 में अब तक 80 के आसपास सभाओं को सम्बोधित कर चुके हैं। 19 मई को अंतिम चरण के चुनाव के तहत पंजाब में मतदान होना है और सिद्धू की अनुपस्थिति से कॉन्ग्रेस को तगड़ा झटका लगा है।

पिछले वर्ष यह भी ख़बर आई थी कि लगातार हेलीकॉप्टर और विमान यात्रा करने के कारण उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ा था। इससे पहले वह एंबोलिज्म (धमनी में खून का थक्का जमना या हवा का बुलबुला बनना) के लिए उपचार करवा रहे थे। उन्हें कुछ साल पहले अत्यधिक हवाई यात्रा करने के कारण सिद्धू को डीप वेन थ्रोबोसिस (डीवीटी) का भी सामना करना पड़ा था। लगातार चुनावी सभाओं को सम्बोधित कर रहे सिद्धू पंजाब में कॉन्ग्रेस का अहम चेहरा हैं और उन्हें सुनने के लिए लोग भी जुटते हैं। हाल ही में कई विवादित बयानों के कारण वे ख़ासे चर्चा में रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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