Monday, December 23, 2024
Homeराजनीतिमेरे दोस्त इमरान ने करतारपुर कॉरिडोर में 'अल्लाह का काम' किया है: सिद्धू

मेरे दोस्त इमरान ने करतारपुर कॉरिडोर में ‘अल्लाह का काम’ किया है: सिद्धू

करतारपुर कॉरिडोर के समरोह में भी सिद्धू भारतीय विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री होने के बावजूद भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान के कोटे से मौजूद थे।

कॉन्ग्रेस नेता, पूर्व सांसद व पंजाब सरकार में भूतपूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज करतारपुर साहिब के उद्घाटन समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की शान में जम कर कसीदे पढ़े। उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण के लिए इमरान खान का शुक्रिया किया और कहा कि इमरान ने ‘अल्लाह का काम’ किया है।

पूर्व क्रिकेटर और क्रिकेट कमेंटेटर सिद्धू ने अपने भाषण में यह दावा किया कि ‘उनके दोस्त’ इमरान ने यह काम (करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण) बिना कोई नफा नुकसान देखे किया है। यहाँ यह जान लेना ज़रूरी है कि पाकिस्तान के पीएम इमराना भी पूर्व क्रिकेटर हैं, और सिद्धू के समकालीन खेल चुके हैं। दोनों क्रिकेट के दिनों से ही काफी करीबी दोस्त माने जाते हैं। सिद्धू इमरान खान के न्यौते पर उनके शपथ ग्रहण में भी गए थे जहाँ उनकी पाकिस्तानी सेना के अफसरों और खालिस्तानी आतंकियों से नज़दीकी का प्रदर्शन कॉन्ग्रेस पार्टी के लिए शर्म का कारण बन गया था।

करतारपुर कॉरिडोर के समरोह में भी सिद्धू भारतीय विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री होने के बावजूद भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान के कोटे से मौजूद थे। उन्हें न ही भारत सरकार और न ही उनके राज्य की सरकार ने अपने प्रतिनिधिमंडल में रखा। यहाँ तक कि कॉन्ग्रेस के प्रतिनिधिमंडल और पाकिस्तान की सरकार और विदेश मंत्रालय के कोटे से भी न्यौता नहीं आया था। वे, मीडिया खबरों के अनुसार, इमरान खान की पार्टी के न्यौते पर समारोह में उपस्थित थे। 

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इस्लामी लुटेरे अहमद शाह अब्दाली को रोका, मुगल हो या अंग्रेज सबसे लड़े: जूनागढ़ के निजाम ने जहर देकर हिंदू संन्यासियों को मारा, जो...

जूना अखाड़े के संन्यासियों ने इस्लामी लुटेरे अहमद शाह अब्दाली और जूनागढ़ के निजाम को धूल चटाया और अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया।

मौलाना की बेटी ने 12 साल की उम्र में छोड़ा घर, बन गई शांति देवी: स्वामी श्रद्धानंद के अभियान से हिरोइन तबस्सुम की माँ...

अजहरी बेगम के शांति देवी बनने के बाद इस्लामी कट्टरपंथी भड़क गए। उन्होंने अपने मजहब के लोगों को स्वामी जी के खिलाफ भड़काना शुरू किया और 23 दिसंबर अब्दुल रशीद ने आकर उनकी हत्या की।
- विज्ञापन -