जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने त्राल को आतंकी बुरहान वानी और जाकिर मूसा की जमीन बताया है। लोगों से चुनाव का बहिष्कार नहीं करने और भाजपा से सावधान रहने की अपील करते हुए उन्होंने यह बात कही।
श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेन्स के उपाध्यक्ष उमर ने आतंकियों का महिमामंडन करने वाला यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि त्राल से एक बीजेपी विधायक को जीत मिली जहां का बुरहान वानी और जाकिर मूसा रहने वाला था। अब उनकी (बीजेपी) नजरें कुछ और दूसरी विधानसभाओं पर है।
#Breaking 1st on TIMES NOW | Shocking ‘terror appeasement’ by former J&K CM @OmarAbdullah, Omar Abdullah openly eulogizes terrorists at a rally, calls Tral a ‘land of Musa and Burhan Wani.’ | @MirFareed2 with details. pic.twitter.com/ik4Ic43lSL
— TIMES NOW (@TimesNow) July 26, 2019
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “हमें इन साज़िशों से लड़ना होगा। हम कमज़ोर होते हुए भी इन साज़िशों से नहीं लड़ सकते। हमें शक्तिशाली होने की ज़रूरत है। फारूक अब्दुल्ला ने केवल 10 फ़ीसदी वोट हासिल करके चुनाव जीता। मैं उन्हें बताना चाहूँगा कि यह उनकी विफलता का प्रमाण है कि केवल 10 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।”
Omar Abdullah: There’s danger in boycotting polls.If there’s a boycott,then like what happened in parliamentary polls will happen in assembly polls too,there’ll be a BJP MLA from Tral from where Burhan Wani&Zakir Musa belonged.They(BJP)have their eyes on some constituencies here. pic.twitter.com/loK7FYV62M
— ANI (@ANI) July 26, 2019
अब्दुल्ला ने यह कहते हुए त्राल के मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया कि वे चुनाव का बहिष्कार न करें। उन्होंने कहा, मतदान का बहिष्कार करना एक ख़तरनाक स्थिति है। अगर मतदाताओं ने बहिष्कार किया तो वही हाल हो सकता है जो लोकसभा चुनाव में हुआ था। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में उस इतिहास को दोहराना नहीं है।
यहाँ इस बात का उल्लेख करना जरूरी है कि पिछले साल, नेशनल कॉन्फ्रेन्स और पीडीपी दोनों ने जम्मू और कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनावों का बहिष्कार किया था।
अनंतनाग ज़िले के कोकेरनाग क्षेत्र में 2016 में एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को सशस्त्र बलों ने मार गिराया था। 23 मई, 2019 को अंसार ग़ज़ावत उल-हिंद के तथाकथित प्रमुख ज़ाकिर मूसा मारा गया था। मूसा अल-क़ायदा का कश्मीर प्रमुख था।