बीते दिनों हिंदुओं के पर्व पर हिंसा होने के कारण खबरों में रहा बिहार अब इफ्तार पार्टियों के कारण चर्चा में है। बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने बिहार के दिग्गज नेताओं को अपने घर पर इफ्तार पार्टी दी। इस दौरान सीएम नीतीश भी पार्टी में बैठे दिखे। वहीं तेजस्वी यादव तो भूरे पठान सूट में सिर पर हरे रंग की टोपी पहन मेजबानी करते दिखे।
Patna | Bihar Chief Minister Nitish Kumar and Deputy Chief Minister Tejashwi Yadav attend RJD's Iftar party at former CM Rabri Devi's residence pic.twitter.com/ndz07M7fFG
— ANI (@ANI) April 9, 2023
इन तस्वीरों के आने के बाद यूजर्स ने प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर ये कैसा तुष्टिकरण है कि रामनवमी पर प्रदेश में हिंसा होती है और रमजान में इफ्तार की पार्टियाँ सीएम खुद आयोजित करते हैं।
एक यूजर ने कहा कि ये लोग जब इतनी इफ्तार पार्टियाँ करते हैं तो ये धर्मांतरण ही क्यों नहीं कर लेते।
Why don’t they convert??
— Rajnni Kalra 🇮🇳ੴ (@rajjorani) April 9, 2023
कुहेली नाम की यूजर ने पूछा कि क्या बिहार में कोई काम भी हो रहा है या सिर्फ इफ्तार पार्टियाँ ही चल रही हैं।
संदीप नाम के यूजर पूछते हैं कि वोटों के लिए कितने तुष्टिकरण की जरूरत पड़ती है।
How much appeasement needed for votes
— Sandip (@ItsSengupta) April 9, 2023
स्वाश ने कहा, “ये हर दिन इफ्तार में कैसे जा रहे हैं? नवरात्रि में तो एक दिन भी जगराते में नहीं जाते।”
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार में नीतीश कुमार ने इफ्तार पार्टी दी थी और अब राबड़ी देवी के घर इसका आयोजन हुआ है। ऐसे में भाजपा ने दंगों के बीच पार्टी का पोस्टर लगाकर विरोध जताया। भाजपा के नेताओं ने नीतीश के घर रखी इफ्तार पार्टी का विरोध करते हुए कहा था कि एक तरफ बिहार हिंसा की आग में जल रहा है और दूसरी तरफ नीतीश कुमार इफ्तार पार्टियों में लगे हैं।
वोटबैंक की राजनीति में अंधी हो गई है महागठबंधन सरकार!#महागठबंधन_की_तुष्टिकरण pic.twitter.com/AsAFRLAyvM
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) April 8, 2023