बिहार में नीतीश-तेजस्वी की गठबंधन वाली सरकार के मंत्री सुरेंद्र कुमार यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस में गाली देते सुनाई पड़े। उनका ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। इससे पहले भी नई सरकार के कई मंत्री विवादों में घिरे हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की गठबंधन वाली सरकार के मंत्री का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उनको मीडिया के सामने ऑन कैमरा गाली देते हुए सुना जा सकता है। वहीं सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना भी हो रही है और विपक्षी दलों के नेता भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
भाजपा नेता निखिल आनंद ने मंत्री सुरेंद्र कुमार का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया और लिखा, “सुरेंद्र भाई मंत्री हैं और उनकी मंशा ठीक है, इंटरेस्ट भी लेते हैं। लेकिन ई जो बुड़बकवा आपको सीखा रहा था लाइव पीसी में! बताइए इसको समझ में नहीं आता है कि मंत्री को पब्लिकली ज्ञान नहीं देना चाहिए। मंत्री जी ठीक बोले- फोटो खिंचवाओ लेकिन ऐसे ज्ञान मत दो कि मंत्री को सब “बो@चो@” समझे।”
सुरेंद्र भाई मंत्री हैं और उनका मंशा ठीक है, इंटेस्ट भी लेते हैं।
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) August 20, 2022
लेकिन इ जो बुड़बकवा आपको सीखा रहा था लाइव पीसी में! बताइए इसको समझ में नहीं आता है कि मंत्री को पब्लिकली ज्ञान नहीं देना चाहिए।
मंत्री जी ठीक बोले- फोटो खींचाओ लेकिन ऐसे ज्ञान मत दो कि मंत्री को सब “बो@चो@” समझे। pic.twitter.com/ZsC9mpqFl3
आपको बताते चलें कि सुरेंद्र कुमार यादव राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कोटे से नीतीश-तेजस्वी सरकार की कैबिनेट में मंत्री हैं। भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, “मंत्री सुरेंद्र यादव का दबंग इतिहास रहा है। वे ज्ञान से भी भरे हुए हैं, कभी विधायक रहते हुए बीपीएससी की परीक्षा क्वालिफाई कर गए थे। अब मंत्री बने हैं तो अपनी जुबान पर काबू रखना चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी ने पब्लिकली सलाह दे दी तो वे भड़क गए। लगता है बिहार सरकार के मंत्रियों को सार्वजनिक मंच पर कैसे बयान देने हैं, इसकी ट्रेनिंग देनी चाहिए।”
पहले से नई सरकार के मंत्री विवादों में
गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं की बिहार की नई सरकार के मंत्री किसी विवाद में ना फँसे हो। बताया जा रहा है कि कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के खिलाफ तो एक केस में गिरफ़्तारी का वॉरंट भी जारी हो गया था। लेकिन, इसके बावजूद भी उन्होंने मंत्री पद की शपत ली। बिहार सरकार की इस कैबिनेट में दागदार मंत्रियों की संख्या करीब 72 फीसदी बताई जा रही हैं।