विज्ञान के क्षेत्र में विश्व के दो प्रमुख नोबेल विजेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा है कि वो विज्ञान का महत्व समझते हैं और भारत में विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए उनके पास नजरिया है। वैज्ञानिकों ने कहा कि मोदी को ये बात पता है कि विकास के क्षेत्र में विज्ञान का क्या महत्व है। इजराइल के बायोकेमिस्ट अवराम हेर्शको और जर्मन साइकोलोजिस्ट थॉमस सूडहॉफ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक अनौपचारिक ‘चाय पे चर्चा’ के बाद ये बातें कही। बता दें कि अभी पंजाब के फगवाड़ा में 106वां भारतीय विज्ञान कांग्रेस आयोजन किया जा रहा है जिसमे भाग लेने के लिए ये दोनों वैज्ञानिक भारत आये हुए हैं। ये कार्यक्रम लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में 3 जनवरी को शुरू हुआ और 7 तक चलेगा।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक खबर के अनुसार समाचार एजेंसी से बात करते हुए इन दोनों ने ये बातें कही। 20014 में ubiquitin-mediated protein degradation की खोज के लिए रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीत चुके अवराम ने कहा कि सभी नेता विज्ञान के महत्व को नहीं समझते लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को इसकी समझ है। उन्होंने कहा;
“अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ये समझते हैं कि विज्ञान और अनुसंधान पैसों की बर्बादी है लेकिन इसके विपरीत प्रधानमंत्री मोदी उनकी तरह नहीं सोंचते। मैंने आज उनसे मिलने के बाद यह निष्कर्ष निकाला।”
पहली बार भारत आए अवराम ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कुछ सुझाव भी मांगे और उनकी बातों को ध्यान से सुना। वहीं 2013 में नोबेल जीतने वाले सूडहॉफ ने कहा कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार विज्ञान और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए पैसे खर्च नहीं कर रही है लेकिन भारत के प्रधानमंत्री मोदी का इस मामले में नजरिया काफी आशावादी है। उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए आगे कहा;
“भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काफी बुद्धिमान हैं। मुझे आज उनसे मिल कर यही लगा। मोदी ने इस कार्यक्रम के लिए जो तयारी की थी उस से और उनकी विज्ञान की समझ से मैं काफी प्रभावित हूँ।”
सूडहॉफ ने कहा कि पीएम मोदी की मुद्दों पर काफी अच्छी पकड़ है। उन्होंने कहा कि पीएम ने उनकी बातों को ध्यान से सुना और उनसे सहमत भी हुए। बकौल सूडहॉफ, उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि देश में विज्ञान और अनुसंधान के लिए एक मौलिक संस्कृति का होना जरूरी है जिस पर प्रधानमंत्री ने हामी भरी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश के आर्थिक विकास के लिए ज्ञान पर आधारित संस्कृति के विकास का महत्व समझते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि मोदी के पास विज्ञान और अनुसंधान के महत्व को समझने के लिए बुद्धिमता और समर्पण है।
ज्ञात हो कि कल पीएम मोदी ने जालंधर में 5 दिनों तक चलने वाले 106वें विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन किया था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री छात्रों से रूबरू भी हुए और उनके द्वारा बनाये गए रोबोट्स व अन्य उत्पादों को देखा। इस समारोह में देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर से कई शीर्ष वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं।