Friday, November 22, 2024
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करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पीछे हो सकता है आईएसआई का एजेंडा: अमरिंदर सिंह

कैप्टन ने आशंका जताई है कि इस फैसले के पीछे एसएफजे के जनमत-संग्रह 2020 के एजेंडे को बढ़ावा देना मकसद हो सकता है। उनका बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब उनके कैबिनेट में रहे कॉन्ग्रेस नेता सिद्धू ने पाकिस्तान जाने को लेकर सरकार से इजाजत मॉंगी है।

पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री और कॉन्ग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए विदेश मंत्रालय और पंजाब सरकार को खत लिखकर पाकिस्तान जाने की अनुमति माँगी है। वहीं, उन्हीं के पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर खोलने को लेकर पाकिस्तान की मंशा पर शक जताया है।

अमरिंदर सिंह ने कहा कि बाकी सिखों की तरह वह भी करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में नतमस्तक होने के बारे में सोचकर बहुत खुश हैं। यह हमेशा ही उनके अरदास का हिस्सा रहा है। हालाँकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनको अभी भी पाकिस्तान की मंशा पर शक है। उनका कहना है कि कॉरिडोर खोलने के पीछे आईएसआई का एजेंडा हो सकता है।

उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य जनमत-संग्रह 2020 के लिए सिख भाईचारे को प्रभावित करना हो सकता है, जिसे सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के अंतर्गत बढ़ावा दिया जा रहा है। कॉन्ग्रेस नेता का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा कॉरिडोर और गुरु नानक के नाम पर यूनिवर्सिटी शुरू करने जैसे फैसलों पर भारत को पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय रहने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि इनके पीछे छिपे एजेंडे को भी ध्यान से परखने की जरूरत है। भारत को इस मामले में पाकिस्तान के सिर्फ चेहरे पर नहीं जाना चाहिए, सभी चीजों को समग्र तौर पर लेना चाहिए। कैप्टन ने करतारपुर कॉरिडोर का सियासीकरण करने की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह सिख पंथ के महान संस्थापक गुरु नानक देव की विचारधारा के विरुद्ध है।

मुख्यमंत्री ने गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव का राजनीतिकरण किए जाने पर अफसोस जताते हुए कहा कि समूचे मुद्दों का संकुचित राजनीतिक हितों के मद्देनजर सियासीकरण किया जा रहा है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस अवसर पर राजनीति को एक तरफ रख देना चाहिए और यह महान समारोह आयोजित करने का काम सरकार पर छोड़ देना चाहिए।

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान जाने की इजाजत माँगते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर को संबोधित पत्र में लिखा था, “9 नवंबर को श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम में पाकिस्तान सरकार ने मुझे आमंत्रित किया है। एक सिख होने के नाते अपने महान गुरु बाबा नानक के प्रति श्रद्धा अर्पित करने का सम्मान मिलना और अपनी जड़ों से जुड़ने का यह एक ऐतिहासिक मौका है। इस ख़ास अवसर पर पाकिस्तान यात्रा के लिए मुझे इजाज़त दी जाए।”

इसके साथ ही पंजाब सरकार से अनुमति माँगने लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने लिखा था, “आपको ध्यान दिलाना चाहता हूँ कि पाकिस्तान सरकार ने मुझे श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के कार्यक्रम में बुलाया है। इसलिए मुझे इस मौके पर पाकिस्तान जाने की अनुमति प्रदान की जाए।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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