संसद में मानसून सत्र के नौवें दिन गुरुवार (1 अगस्त 2024) को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कॉन्ग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित विपक्षी दलों को जमकर लताड़ लगाई। हाल की रेल दुर्घटनाओं को लेकर विपक्ष ने रेल सेफ्टी को लेकर सदन में उनसे सवाल पूछा और जमकर हंगामा किया। इस दौरान अश्विनी वैष्णव ने अपनी बात रखी और दुर्घटनाओं में कमी के आँकड़े पेश किए।
रेल मंत्री वैष्णव के जवाब के दौरान कॉन्ग्रेस और सपा सहित विपक्षी दलों ने हंगामा किया। इस दौरान वैष्णव ने कहा, “अध्यक्ष जी जो इस तरह से बोल रहे हैं उनसे पूछिये कि अपने 58 साल के राज में वे 1 किलोमीटर भी ATP (स्वचालित ट्रेन सुरक्षा) क्यों नहीं लगा पाए। आज ये मुझसे पूछने की हिम्मत करते हैं, अपने कार्यकाल को देखें… अपने गिरेबाँ में झाँकें।”
जबाब देते हुए वैष्णव ने बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस दौर का हवाला दिया, जब वो रेल मंत्री हुआ करती थी। उन्होंने कहा, “जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं, तब वे रेल दुर्घटनाओं की संख्या बताती थीं। 0.24 से 0.19 तक कमी आने पर ये लोग सदन में तालियाँ बजाते थे और आज जब रेल दुर्घटना की दर 0.19 से 0.03 होने पर वे इस तरह का आरोप लगाते हैं। क्या यह देश ऐसे चलेगा?”
#WATCH | While speaking in Lok Sabha, Union Minister for Railways, Ashwini Vaishnaw says, "Those who are shouting here must be asked in their 58 years of being in power why they were not able to install Automatic Train Protection (ATP), even 1 km. Today, they dare to raise the… pic.twitter.com/1f66YxBspV
— ANI (@ANI) August 1, 2024
रेलवे में सुधार और उसे आगे बढ़ाने की बात करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा, “रेलवे को सुधारने के लिए सबको सहयोग करना पड़ेगा। ये ऐसे नहीं चल सकता। विपक्ष के कॉन्ग्रेस ने एक सोची-समझी एवं रणनीतिक तरीके से छोटे-से-छोटे विषय को अपने सोशल मीडिया की ट्रोल आर्मी के जरिए इस तरह झूठे तरीके से उठाना शुरू किया।”
कॉन्ग्रेस और समाजवादी पार्टी की ट्रोल आर्मी पर निशाना साधते हुए रेल मंत्री ने कहा, “एक पुराने के स्टेशन की एक पुरानी दिवार थी, वो थोड़ी सी डैमेज हुआ तो समाजवादी पार्टी और कॉन्ग्रेस के हैंडसल्स ने उसको तुरंत उठाना चालू किया। इस तरह के झूठ से कैसे देश चलेगा? दो करोड़ पैसेंजर रोज यात्रा करते हैं। क्या ये (विपक्षी दल) उनके मन में भय पैदा करना चाह रहे हैं?”
दरअसल, अपने संबोधन के शुरुआत में अश्विनी वैष्णव ने कह, “यूपीए के कार्यकाल में सालाना औसत 171 एक्सीडेंट होते थे। हमारी सरकार में एक्सीडेंट की संख्या में 68% की कमी आई है।” इसके बाद विपक्ष हंगामा करने लगा। तब रेल मंत्री ने कहा, “विपक्ष अपने गिरेबान में झांकिए। आपने 58 सालों में ATP तक नहीं लगाया।”
रेलवे सेफ्टी की बात करते हुए उन्होंने कहा, “ATP से ड्राइवर को हाईस्पीड ट्रेन में सिग्नल देखने में आसानी होती है। ये टेक्नोलॉजी दुनिया में 80 के दशक में आ गई थी और दुनिया के हर बड़े नेटवर्क में ATP लागू है। भारत में साल 2014 तक यह तकनीक नहीं थी। 2006 में एंटी कोलीजन डिवाइस लाई गई, वो 2012 में फेल हो गई। पीएम मोदी ने 2014 में जिम्मेदारी ली। 2016 में कवच लाए। 2019 में इसको सेफ्टी सर्टिफिकेट मिला। साल 2024 में कवच का वर्जन 4.0 अप्रूव हो गया।”
रेल मंत्री ने कहा कि UPA के कार्यकाल में 2004 से 2014 तक रेलवे में सिर्फ 4.11 लाख कर्मचारियों की भर्ती हुई थी, जबकि 2014 से 2024 तक यानी NDA के 10 सालों में ये संख्या 5.02 लाख है। उन्होंने कहा कि वर्षों से माँग की जाने वाली रेलवे भर्ती के लिए एनडीए सरकार ने जनवरी 2024 में वार्षिक कैलेंडर घोषित किया।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जो युवा रेलवे में जाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, उनके लिए अब साल में 4 बार वैकेंसी निकलती हैं। ये वैकेंसी हर साल जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर में आती है। उन्होंने कहा कि अभी भी 40,565 वैकेंसी निकाली गई हैं, जिन्हें अभी भरा जाना है।