प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में स्थापित छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर माफी माँगी है। पीएम मोदी महाराष्ट्र दौरे पर हैं। जहाँ वो पहले मुंबई और फिर पालघर गए। पीएम मोदी ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान माफी माँगते हुए कहा, ‘मैं इस घटना पर सिर झुका कर माफी माँगता हूँ। हमारे लिए शिवाजी आराध्य देव हैं।”
पालघर में पीएम मोदी ने कहा, “2013 में बीजेपी ने मुझे पीएम उम्मीदवार बनाया था। सबसे पहले मैंने रायगढ़ में छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने एक भक्त के तौर पर बैठकर एक नई यात्रा शुरू की।”
पीएम मोदी ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं…आज मैं सिर झुकाकर अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज से माफी माँगता हूँ। हमारे मूल्य अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत, इस भूमि के सपूत वीर सावरकर को गाली देते रहें और उनका अपमान करते रहें। वे माफी माँगने के लिए तैयार नहीं हैं, वे अदालत में जाकर लड़ने के लिए तैयार हैं।”
"I bow my head and apologise": PM Modi on Shivaji statue collapse in Maharashtra
— ANI Digital (@ani_digital) August 30, 2024
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मुंबई के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पालघर पहुँचे। पीएम मोदी ने यहाँ 76,000 करोड़ रुपये की वधावन बंदरगाह की आधारशिला रखी। उन्होंने लगभग 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
बता दें कि 26 अगस्त को 35 फीट ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई थी। इसके बाद बाद राज्य में इसे लेकर सियासत तेज हो गई थी। इस मामले में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार सिंधुदुर्ग ज़िले के राजकोट किला पहुँच कर हालात का जायज़ा लिया था। उन्होंने 2 दिन पहले एक जनसभा के दौरान माफी माँगी थी। वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी इस मामले में माफी माँग चुके हैं।
मालवण येथील राजकोट किल्ल्यावर उभारण्यात आलेला युगपुरुष छत्रपती शिवाजी महाराजांचा पुतळा कोसळल्याची दुर्दैवी घटना काही दिवसांपूर्वी घडली. आज घटनास्थळी भेट दिली, आढावा घेतला. किल्ल्याची देखील पाहणी केली. शिवराय आपला स्वाभिमान आहेत, आपली अस्मिता आहेत. याठिकाणी लवकरच महाराजांचा मजबूत… pic.twitter.com/df5PmLfTxx
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) August 30, 2024
शुक्रवार (30 अगस्त 2024) को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने दौरे की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा था, “जो कुछ भी हुआ, उससे हर कोई दुखी है। छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे देवता हैं और उनके इतिहास पर हर किसी को गर्व है। इस बारे में मुख्यमंत्री ने मीटिंग की है। एक स्मारक बनाए जाने की कोशिशें हो रही हैं। दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। वे कहीं भी जाएँ, उन्हें पकड़ा जाएगा।”
कंसल्टेंट की हो चुकी है गिरफ्तारी
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में शुक्रवार (30 अगस्त 2024) को पहली गिरफ्तारी हुई है। कोल्हापुर से स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट को गिरफ्तार किया गया है। कोल्हापुर क्राइम ब्रांच ने सिंधुदुर्ग केस में शुक्रवार तड़के तीन बजे के आसपास स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण 4 दिसंबर, 2023 को किया गया था, जब सिंधुदुर्ग में पहली बार नौसेना दिवस समारोह का आयोजन किया गया था। प्रतिमा का मकसद मराठा नौसेना की विरासत और छत्रपति शिवाजी महाराज के समुद्री रक्षा और सुरक्षा में योगदान के साथ-साथ आधुनिक भारतीय नौसेना के साथ इसके ऐतिहासिक संबंध का सम्मान करना था। इस प्रोजेक्ट का कॉन्सेप्ट और नेतृत्व इंडियन नेवी ने राज्य सरकार के सहयोग से किया था।