Tuesday, November 19, 2024
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‘कॉन्ग्रेस मतलब घोटालों और झूठ की गारंटी’: असम में PM मोदी ने कहा – केरल में लेफ्ट को गाली, बंगाल में लगाते हैं गले

"इन्हें किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिए। तभी 50 साल से ज्यादा असम पर राज करने वाले आजकल असम को 5 गारंटी दे रहे। केरल में लेफ्ट को गाली देते हैं, बंगाल में कुर्सी के लिए लेफ्ट को गले लगाते हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (मार्च 21, 2021) को असम के बोकाखाट में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित किया। उनकी ये रैली स्थानीय मोहुरा पाथर मैदान में हुई। असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए इसी महीने 27 मार्च से तीन चरणों में चुनाव होने है। काजीरंगा नेशनल पार्क से मात्र 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बोकाखाट, गोलाघाट जिले का हिस्सा है। इस जगह का महत्व इसीलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि ये असम के लगभग बीचोंबीच स्थित है।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अब ये तय हो गया है- असम में दूसरी बार भाजपा सरकार, असम में दूसरी बार NDA सरकार, असम में दूसरी बार डबल इंजन की सरकार। पीएम मोदी ने कहा कि आज वो यहाँ बैठीं सभी माताओं, बहनों, बेटियों ने जिस जिम्मेदारी और जिन उम्मीदों के साथ भाजपा की सरकार चुनी थी, उसे पूरा करने के लिए हमने जी-जान से मेहनत की है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस की सरकार के समय उसी पार्टी की लूट से बचाना एक बड़ी जिम्मेदारी थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काजीरंगा सहित तमाम अभ्यारण्य व वनक्षेत्र को देश की धरोहर बताते हुए कहा कि पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी हैं और रोजी रोटी के साधन भी हैं। उन्होंने इस बात पर ख़ुशी जताई कि 5 साल में असम में वनक्षेत्र में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि जहाँ कॉन्ग्रेस राज में सवाल था कि ब्रह्मपुत्र के दोनों किनारों के बीच आपस में कनेक्टेविटी कैसे बढ़े, लेकिन NDA के सेवाकाल में ब्रह्मपुत्र पर आधुनिक पुल बन रहे हैं, पुराने अधूरे पुलों को पूरा किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राजग की सरकार ने गैंडों का शिकार करने वालों को जेल में डाला है और सरकार यहाँ की जनता के साथ-साथ पशु-पक्षियों की सुरक्षा के लिए भी कार्य कर रही है। उन्होंने लोगों को बताया कि जंगलों के बढ़ने से पर्यटन और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ती हैं। उन्होंने भारत को प्राकृतिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल बनाने के लक्ष्य की बात करते हुए कहा कि असम में ये सभी चीजें हैं।

उन्होंने बताया कि ‘असम दर्शन’ के तहत 9000 से ज्यादा सत्रों, नामघरों और आस्था से जुड़े दूसरे स्थानों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने का काम भी भाजपा और राजग की सरकार ने किया है। साथ ही कहा कि असम की एक और बहुत बड़ी ताकत है पेट्रोलियम और इससे जुड़े उद्योग। उन्होंने याद किया कि दशकों तक कॉन्ग्रेस असम के इस सामर्थ्य पर भी बैठी रही, लेकिन बीते 6 साल में तेल और गैस के सेक्टर में असम में 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया गया है।

प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि आज से 90 साल से भी पहले अंग्रेजों ने एक कानून बनाकर बैंबू को वृक्ष की कैटेगरी में डाल दिया था, जिसके तहत प्राइवेट जमीन पर उगाए गए बैंबू को काटने और उनके ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगाता था। आजादी के बाद भी 70 साल तक ये कानून ऐसे ही चला। उन्होंने कहा कि अब जब केंद्र में NDA सरकार है और राज्य में भी NDA सरकार है, तो डबल इंजन की ताकत असम को तेजी से आगे बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा:

“अब हाईवे बनाने पर डबल ताकत से काम हो रहा है क्योंकि राज्य सरकार भी असम को देश से जोड़ रही है और केंद्र सरकार भी। 50 साल से ज्यादा असम पर राज करने वाले लोग आजकल असम को 5 गारंटी दे रहे हैं। असम के लोग इनकी रग-रग से वाकिफ हैं। इन लोगों को झूठे वायदे करने की, झूठे घोषणापत्र बनाने की आदत पड़ गई है। कॉन्ग्रेस मतलब झूठे घोषणापत्र की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब कंफ्यूजन की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब अस्थिरता की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब, बम, बंदूक और ब्लॉकेड की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब हिंसा और अलगाववाद की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब भ्रष्टाचार की गारंटी, घोटालों की गारंटी।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि भाजपा के नेतृत्व में NDA सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है, लेकिन आज के कॉन्ग्रेस नेताओं को तो सिर्फ सत्ता से मतलब है, वो चाहे कैसे भी मिले। उन्होंने अंदेशा जताया कि असल में कॉन्ग्रेस का खज़ाना अब खाली हो गया है, उसे भरने के लिए इन्हें किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिए। पीएम ने ध्यान दिलाया कि झारखंड में, बिहार में, महाराष्ट्र में, जिनके साथ इनका गठबंधन है, वो पश्चिम बंगाल में इनके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।

साथ ही कहा कि कैसे केरल में लेफ्ट को गाली देते हैं, पश्चिम बंगाल में कुर्सी की आस में लेफ्ट को गले लगाते हैं। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस वाले खुद को सेकुलर बताते हैं, लेकिन असम, पश्चिम बंगाल और केरल में संप्रदाय के आधार पर बने दलों के साथ दोस्ती करते हैं। पीएम मोदी ने जनता से कहा कि सत्ता के सामने कॉन्ग्रेस को कुछ नहीं दिखता और इसी कारण अब उसके नेताओं की बातों पर देश में कोई भरोसा नहीं कर रहा।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस ने चाय बागान में काम करने वाले परिवारों को भी वर्षों तक अभाव में रखा, लेकिन बीते 5 सालों में भाजपा ने NDA सरकार ने चाय बागान में काम करने वाले साथियों के लिए पढ़ाई, कमाई और दवाई से जुड़ी जरूरतों के लिए एक के बाद एक कदम उठाए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि चाय जनजाति के साथियों और इस जनजाति से निकली महान विभूतियों को मान-सम्मान और स्वाभिमान का जीवन देने के लिए NDA प्रतिबद्ध हैं।

प्रधानमंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि टी गार्डन्स में काम करने वाले श्रमिक साथियों की दैनिक मजदूरी बढ़े इसके लिए भी असम सरकार पूरी तरह गंभीर है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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