प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार (29 मई, 2023) को नॉर्थ ईस्ट को पहली मेड इन इंडिया ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन की सौगात दी। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए असम से वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। इस खास मौके पर रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद रहें। यह ट्रेन असम के गुवाहाटी से पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के बीच दौड़ेगी। साथ ही असम और बंगाल के बीच सदियों पुराने संबंधों को और मजबूत करेगी। इससे लोगों का सफर आसान होगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजगार मिलेगा।
Northeast gets its first Vande Bharat Express today. It will boost tourism, enhance connectivity. https://t.co/6DpRIeQUjg
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आज असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट की रेल कनेक्टिविटी के लिए बहुत बड़ा दिन है। pic.twitter.com/2g1A4bAMBo
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इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट की रेल कनेक्टिविटी के लिए एक बहुत बड़ा दिन है। नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी से जुड़े तीन काम एक साथ हो रहे हैं। आज नॉर्थ ईस्ट को अपनी पहली मेड इन इंडिया वंदे भारत एक्सप्रेस मिल रही है। असम और मेघालय के लगभग 425 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर बिजलीकरण का काम पूरा हो गया है।
आज असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट की रेल कनेक्टिविटी के लिए एक बहुत बड़ा दिन है। आज नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी से जुड़े तीन काम एक साथ हो रहे हैं।
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-आज नॉर्थ ईस्ट को अपनी पहली मेड इन इंडिया वंदे भारत एक्सप्रेस मिल रही है।
-असम और मेघालय के लगभग सवा चार सौ किमी. रेलवे ट्रैक पर बिजलीकरण… pic.twitter.com/rjbuVQJDmK
उन्होंने कहा कि गति के साथ-साथ भारतीय रेल आज दिलों को जोड़ने, समाज को जोड़ने और लोगों को अवसरों से जोड़ने का भी माध्यम बन रही है। ‘वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट’ योजना के तहत नॉर्थ ईस्ट के रेलवे स्टेशनों पर स्टॉल बनाए गए हैं। ये ‘वोकल फॉर लोकल’ को बल दे रहे हैं। इससे हमारे स्थानीय कारीगर, कलाकार, शिल्पकार, ऐसे साथियों को नया बाजार मिला है।
‘हमारी सरकार ने सबसे ज्यादा गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी’
पीएम ने यह भी कहा, “बीते 9 साल, भारत के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों के रहे हैं। नए भारत के निर्माण के रहे हैं। कल (28 मई 2023) ही देश को आजाद भारत की भव्य-दिव्य आधुनिक संसद मिली है। ये भारत के हजारों वर्ष पुराने लोकतांत्रिक इतिहास को हमारे समृद्ध लोकतांत्रिक भविष्य से जोड़ने वाली संसद है। हमारी सरकार ने आने के बाद सबसे ज्यादा गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी। गरीबों के घर से लेकर महिलाओं के लिए टॉयलेट तक, पानी की पाइपलाइन से लेकर बिजली कनेक्शन तक, गैस पाइपलाइन से लेकर एम्स मेडिकल कॉलेज तक, रोड, रेल, जलमार्ग, पोर्ट, एयरपोर्ट, मोबाइल कनेक्टिविटी, हमने हर क्षेत्र में पूरी शक्ति से काम किया।”
हमारी सरकार ने आने के बाद सबसे ज्यादा गरीब कल्याण को प्राथमिकता दी। pic.twitter.com/NElpAL0KtI
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‘इंफ्रास्ट्रक्चर जीवन आसान बनाता है’
पीएम मोदी ने इंफ्रास्ट्रक्चर को सच्चा सेकुलरिज्म बताते हुए कहा, “इंफ्रास्ट्रक्चर सबके लिए है, समान रूप से है, बिना भेदभाव के है। इसलिए ये इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण भी एक तरह से सच्चा सामाजिक न्याय है, सच्चा सेकुलरिज्म है। आज भारत में हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर के काम की पूरी दुनिया में बहुत चर्चा हो रही है। क्योंकि यही इंफ्रास्ट्रक्चर तो जीवन आसान बनाता है। यही इंफ्रास्ट्रक्चर तो रोज़गार के अवसर बनाता है। यही इंफ्रास्ट्रक्चर तेज़ विकास का आधार है। यही इंफ्रास्ट्रक्चर गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी, ऐसे हर वंचित को सशक्त करता है। इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के इस काम से सबसे अधिक लाभ पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत को हुआ है।”
अपने अतीत की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए कुछ लोग कहते हैं कि पहले भी तो नॉर्थ ईस्ट में बहुत काम हुआ था। इन लोगों ने नॉर्थ ईस्ट के लोगों को मूल सुविधाओं के लिए भी दशकों तक इंतजार करवाया। इस अक्षम्य अपराध का बहुत बड़ा नुकसान नॉर्थ ईस्ट ने उठाया है।
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नॉर्थ ईस्ट के लोगों ने बड़ा नुकसान उठाया: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए आगे कहा कि अपने अतीत की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए कुछ लोग कहते हैं कि पहले भी तो नॉर्थ ईस्ट में बहुत काम हुआ था। इन लोगों ने नॉर्थ ईस्ट के लोगों को मूल सुविधाओं के लिए भी दशकों तक इंतजार करवाया। इस अक्षम्य अपराध का बहुत बड़ा नुकसान नॉर्थ ईस्ट ने उठाया है।
बता दें कि 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत न सिर्फ लोकतंत्र का सबसे बड़ा देश है, बल्कि मदर ऑफ डेमोक्रेसी (लोकतंत्र की जननी) भी है। नए भवन को लेकर उन्होंने कहा था, “यह भवन आधुनिक सुविधाओं और नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित है। इसने 60,000 से अधिक मजदूरों को रोजगार दिया है। हमने उनकी कड़ी मेहनत का सम्मान करने के लिए एक डिजिटल गैलरी बनाई है।”