Monday, December 23, 2024
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PM मोदी ने किया डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन: विरोधियों पर बरसे, कहा- यह भी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा

"आज जब हम जीवन में सुगमता और ईज ऑफ डूइंग बिजनस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, तो आधुनिक बुनियादी ढाँचा समान रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सेंट्रल विस्टा के विकास में जो काम हो रहा है उसके पीछे यही विचार है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (16 सितम्बर, 2021) को दिल्ली के कस्तूरबा गाँधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू स्थित रक्षा कार्यालय परिसरों (Defence Office Complexes) का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस दौरान लोगों को सम्बोधित करते हुए सेंट्रल विस्‍टा प्रोजेक्‍ट के विरोधियों पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा, “जो लोग सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे डंडा लेकर पड़े थे वे बड़ी चतुराई से इस प्रोजेक्‍ट (डिफेंस कॉम्प्लेक्स) पर बिलकुल चुप रहते थे। ये भी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का ही हिस्सा है।”

डिफेंस कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हम 21वीं सदी के भारत की सैन्य ताक़त को हर तरह से मज़बूत बनाने में जुटे हैं। एक से एक आधुनिक हथियारों से लैस करने में जुटे है। ऐसे में देश की सुरक्षा से जुड़ा कामकाज दशकों पुराने परिसरों में हो वह कैसे संभव हो सकता है? आज दिल्ली ‘न्यू इंडिया’ विजन के अनुरूप आगे बढ़ रही है। ये नए डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स अब हमारी सेनाओं के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ बेहतर कामकाजी परिस्थितियों में काम करना संभव बनाएँगे।”

इस मौके पर पीएम मोदी ने सेंट्रल विस्टा की वेसाइट भी लॉन्च की।

PM मोदी ने कहा कि इन दो नए डिफेंस कॉम्पेल्क्स में रक्षा मंत्रालय से जुड़े 7000 कर्मचारी शिफ्ट होंगे। इससे 24 घंटे काम करने वाले जवानों को सहूलियत होगी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हर काम प्रभावी ढंग से हो सकेगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि देश की नई संसद का निर्माण भी जल्द पूरा होगा।

पीएम मोदी ने कहा, “जब हम राजधानी की बात करते हैं तो वो सिर्फ एक शहर नहीं होता है। किसी भी देश की राजधानी उस देश की सोच, संकल्प, सामर्थ्य और संस्कृति का प्रतीक होती है। भारत तो लोकतंत्र की जननी है। इसलिए भारत की राजधानी ऐसी होनी चाहिए, जिसके केंद्र में लोक हो, जनता हो। आज जब हम जीवन में सुगमता और ईज ऑफ डूइंग बिजनस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, तो आधुनिक बुनियादी ढाँचा समान रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सेंट्रल विस्टा के विकास में जो काम हो रहा है उसके पीछे यही विचार है।”

पीएम ने कहा, “डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स का भी जो काम 24 महीने में पूरा होना था वो सिर्फ 12 महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है। वो भी तब जब कोरोना से बनी परिस्थितियों में लेबर से लेकर तमाम दूसरी चुनौतियाँ सामने थीं। कोरोना काल में सैकड़ों श्रमिकों को इस प्रोजेक्‍ट में रोजगार मिला है।”

बता दें कि नए रक्षा कार्यालय परिसर व्यापक सुरक्षा प्रबंधन के उपायों के साथ अत्याधुनिक और ऊर्जा कुशल है। इन इमारतों की मुख्य विशेषताओं में एक है निर्माण में नई और टिकाऊ निर्माण तकनीक, एलजीएसएफ (लाइट गेज स्टील फ्रेम) का उपयोग। पीएमओ ने कहा कि इस तकनीक के कारण पारंपरिक आरसीसी निर्माण की तुलना में निर्माण समय 24-30 महीने कम हो गया। भवन संसाधन कुशल हरित प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हैं और पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देते हैं।

इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुराने रक्षा परिसर इतने जर्जर हो गए थे कि टूटने के कगार पर थे। अब 7,000 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी नए परिसर में अच्छी कार्यकारी परिस्थितियों में काम कर सकेंगे।

उद्घाटन से पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत ने पूजा की। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, आवास और शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर, सीडीएस जनरल विपिन रावत और सशस्त्र बलों के प्रमुख भी मौजूद रहे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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