Saturday, December 21, 2024
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‘हमारी सभ्यता की यात्रा की अमिट निशानियाँ हैं हमारे तीर्थ स्थल’: राम मंदिर के बाद अब असम में ‘माँ कामाख्या दिव्यलोक’, PM मोदी ने किया शिलान्यास

"अयोध्या में भव्य आयोजन के बाद मैं अब यहाँ माँ कामाख्या के द्वार पर आया हूँ। आज मुझे यहाँ माँ कामाख्या दिव्यलोक परियोजना का शिलान्यास करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 फरवरी 2024 को असम का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने 11,600 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में तेल और गैस, रेलवे, सड़क और स्वास्थ्य से जुड़ी परियोजनाएँ शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर में दर्शन किए और फिर माँ कामाख्या दिव्यलोक परियोजना का शिलान्यास भी किया। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुवाहाटी में रोडशो करने के बाद जनसभा को भी संबोधित किया और असम के विकास के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 फरवरी 2024 को असम के गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने कहा कि तीर्थ मंदिर हमारी आस्था के स्थान हैं और हमारी सभ्यता की यात्रा की अमिट निशानियाँ हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अयोध्या के बाद माँ कामाख्या के द्वार आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि माँ कामाख्या असम की आस्था का प्रतीक हैं और पूर्वोत्तर के लोगों के लिए शक्ति का स्रोत हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार तीर्थ स्थलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने तीर्थ यात्रा को आसान बनाने के लिए कई पहल की हैं।

पीएम मोदी ने कहा, “अयोध्या में भव्य आयोजन के बाद मैं अब यहाँ माँ कामाख्या के द्वार पर आया हूँ। आज मुझे यहाँ माँ कामाख्या दिव्यलोक परियोजना का शिलान्यास करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जब ये बनकर पूरा होगा तो ये देश और दुनिया भर से आने वाले माँ के भक्तों को असीम आनंद से भर देगा।”

जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारे तीर्थ, हमारे मंदिर, हमारी आस्था के स्थान, ये सिर्फ दर्शन करने की स्थली ही नहीं हैं। ये हजारों वर्षों की हमारी सभ्यता की यात्रा की अमिट निशानियाँ हैं। भारत ने हर संकट का सामना करते हुए कैसे खुद को अटल रखा, ये उसकी साक्षी है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीर्थ मंदिर केवल धार्मिक स्थान नहीं हैं, बल्कि वे हमारी सभ्यता और संस्कृति का भी प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थ मंदिर हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और हमें प्रेरणा देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार ने तीर्थ यात्रा को आसान बनाने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने तीर्थ स्थलों को बेहतर बुनियादी ढाँचा प्रदान करने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं। असम भारत के पूर्वोत्तर का एक राज्य है। यह राज्य अपनी समृद्ध संस्कृति और विविध धार्मिक परंपराओं के लिए जाना जाता है। कामाख्या मंदिर असम के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा असम के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। यह राज्य के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को मान्यता देता है।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “असम में भाजपा की सरकार से पहले केवल 6 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि आज यहाँ 12 मेडिकल कॉलेज हैं। असम आज नॉर्थ ईस्ट में कैंसर के इलाज का बहुत बड़ा केंद्र बन रहा है। पिछले 10 वर्षों में, हमने विश्वविद्यालय और कॉलेज बनाए हैं। पहले बड़े संस्थान बड़े शहरों में ही बनाये जाते थे। हमने देश में आईआईटी, आईआईएम और एम्स का नेटवर्क फैलाया है। पिछले 10 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो गई है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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