प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार 10वीं बार देश के जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए पहुँचे। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में भारतीय सेना और सुरक्षा बलों के जवानों के साथ दिवाली का त्योहार मना रहे हैं। पीएम मोदी को इस दौरान सुरक्षा बलों के ही यूनिफॉर्म में देखा गया। उन्होंने सैनिकों के साथ बातचीत की। बता दें कि लेप्चा झरना लाहौल-स्पीति जिले में है, जो 13,835 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहाँ की परिस्थितियाँ कठिन हैं।
एक तरह से ये एक ठंडा रेगिस्तान है। सर्दियों के दौरान पारा माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुँच जाता है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि वो बहादुर जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए लेप्चा पहुँचे हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान वहाँ की स्थिति का भी निरीक्षण किया। 2014 में देश की सत्ता में आने के साथ ही पीएम मोदी अलग-अलग स्थानों पर देश के बहादुर जवानों की हौसलाअफजाई करने के लिए उनके साथ ही दिवाली की खुशियाँ साझा करते आए हैं।
उन्होंने 2014 में सियाचिन, 2015 में अमृतसर, 2016 में लाहौल-स्पीति, 2017 में गुरेज, 2018 में चमोली, 2019 में राजौरी, 2020 में जैसलमेर, 2021 में नौशेरा, 2022 में कारगिल और अब 2023 में लेप्चा में दिवाली मनाई है। पीएम मोदी ने कहा कि लेप्चा में हमारे वीर जवानों के साथ दिवाली मनाना गर्व और गहरी भावनाओं से भरा अनुभव साबित हुआ। उन्होंने कहा कि अपने परिवार से दूर रहने वाले ये रक्षक अपनी प्रतिबद्धता से हमारे जीवन में प्रकाश भरते हैं।
The courage of our security forces is unwavering. Stationed in the toughest terrains, away from their loved ones, their sacrifice and dedication keep us safe and secure. India will always be grateful to these heroes who are the perfect embodiment of bravery and resilience. pic.twitter.com/Ve1OuQuZXY
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारे सुरक्षा बलों का साहस अटल है। अपने परिवार से दूर वो कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में तैनात हैं। उनके त्याग और प्रतिबद्धता हमें सुरक्षित और आश्वस्त रखती है। भारत इन नायकों के प्रति हमेशा कृतज्ञ रहेगा, जो वीरता और संघर्ष की प्रतिमूर्ति हैं।” लेप्चा चीन सीमा के पास है, ऐसे में वहाँ ITBP (इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस) भी तैनात हैं। हिमाचल प्रदेश की 260 किलोमीटर की सीमा चीन से लगती है।