प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट सत्र में संसद की लोकसभा में चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि इस कार्यकाल में कई पीढ़ियों का इंतज़ार खत्म हुआ है। पीएम मोदी ने शनिवार (10 फरवरी, 2024) को कहा कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है। उन्होंने कहा कि 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया। उन्होंने अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने और तीन तलाक को गैर-कानूनी बनाने के फैसले का भी जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कहा कि एक प्रकार से आज का ये दिवस हम सबकी उन 5 वर्ष की वैचारिक यात्रा का, राष्ट्र को समर्पित समय का और देश को एक बार फिर से अपने संकल्पों को राष्ट्र के चरणों में समर्पित करने का अवसर है। बकौल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ये 5 वर्ष देश में रिफॉर्म, परफॉर्म एवं ट्रांसफॉर्म के रहे हैं। उन्होंने सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त किया कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब उन्होंने सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 25 वर्ष हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, राजनीति की गहमा-गहमी अपनी जगह है, लेकिन देश का संकल्प बन चुका है कि देश अब इच्छित परिणाम प्राप्त कर के रहेगा। उन्होंने कहा कि 1930 में जब महात्मा गाँधी ने नमक सत्याग्रह किया था, दांडी यात्रा की थी, उस समय ये घटनाएँ छोटी लगती थीं लेकिन 1947 में उस 25 साल के कालखंड ने देश के हर व्यक्ति के दिल में आज़ादी का जज्बा पैदा कर दिया था।
’25 साल में हम विकसित भारत रहेंगे’ – पीएम मोदी ने इसे ध्येय बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्ष में युवाओं के लिए कई ऐतिहासिक कानून बने, व्यवस्था में पारदर्शिता लाकर युवाओं को नए मौके दिए गए। इस दौरान पेपर लीक को लेकर बने कठोर कानून का भी उन्होंने जिक्र किया। उन्होंने ‘नेशनल रिसर्च फाउंडेशन’ का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने अनुसन्धान को महत्व दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में हमारी मूलभूत ज़रूरतें बदल रही हैं, जिसका कल कोई मोल नहीं था वो आज मूल्यवान हो जाता है।
उन्होंने कहा कि इसी में से एक है – डेटा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिजिटल सुरक्षा की व्यवस्था करते हुए उनकी सरकार ने कानून बनाया। पीएम मोदी ने कहा कि जल, थल, नभ जैसे क्षेत्रों की चर्चा सदियों से चली है, लेकिन अब साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्र में मुकाबले का भी समय है। पीएम मोदी ने इस दौरान अंग्रेजों के ज़माने के कानूनों से मुक्ति दिलाए जाने के फैसले की भी बात की। पीएम मोदी ने कहा कि ‘जन विश्वास एक्ट’ के तहत 180 से अधिक प्रावधानों को अपराधीकरण से हटाया गया, छोटी-छोटी बातों पर जेल न हो ऐसी व्यवस्था लाई गई, नागरिकों पर भरोसा बढ़ा।
इसी तरह उन्होंने मध्यस्थता कानून की बात करते हुए कहा कि इससे छोटी-छोटी चीजों के लिए कोर्ट में दौड़ने से मुक्ति मिली। ट्रांसजेंडर समुदाय की ज़िंदगी बेहतर बनाने के लिए बने कानून को लेकर कहा कि दुनिया भर में इसकी चर्चा है। उन्होंने जानकारी दी कि 16-17 हजार ट्रांसजेंडर लोगों को आईकार्ड मिला है, उन्हें कारोबार के लिए मुद्रा लोन मिल रहे हैं, पद्म अवॉर्ड मिले हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना जैसी विकट परिस्थिति में भी देश की संसद ने अच्छे काम किए।