Sunday, November 17, 2024
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‘जिस उत्तर-पूर्व में नेताजी बोस की सेना ने पहली बार झंडा फहराया, वो बन रहा नए भारत के सपनों का द्वार’: मणिपुर और त्रिपुरा में PM मोदी

"जहाँ नेताजी सुभाष की सेना ने पहली बार झंडा फहराया, जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की स्वतंत्रता का प्रवेश द्वार कहा, वो नए भारत के सपने पूरे करने का प्रवेश द्वार बन रहा है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (4 जनवरी, 2021) को त्रिपुरा और मणिपुर में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। त्रिपुरा की राजधानी अगरतल्ला को एयरपोर्ट की भी सौगात मिली। वहीं मणिपुर में प्रधानमंत्री ने कहा कि अब से कुछ दिन बाद 21 जनवरी को मणिपुर को राज्य का दर्जा मिले, 50 साल पूरे हो जाएँगे। उन्होंने कहा कि देश इस समय अपनी आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव भी मना रहा है, ये समय अपने आप में बहुत बड़ी प्रेरणा है।

मणिपुर में क्या बोले PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि देश के लोगों में आजादी का जो विश्वास, यहाँ मोइरांग की धरती ने पैदा किया वो अपने आप में एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि जहाँ नेताजी सुभाष की सेना ने पहली बार झंडा फहराया, जिस नॉर्थ ईस्ट को नेताजी ने भारत की स्वतंत्रता का प्रवेश द्वार कहा, वो नए भारत के सपने पूरे करने का प्रवेश द्वार बन रहा है। पीएम मोदी ने बताया कि आज जिन योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, उनके साथ ही वो आज मणिपुर के लोगों का फिर से धन्यवाद भी करेंगे।

पीएम मोदी ने ध्यान दिलाया कि जनता ने मणिपुर में ऐसी स्थिर सरकार बनाई जो पूरे बहुमत से, पूरे दमखम से चल रही है। उन्होंने लोगों से कहा कि ये आपके एक वोट के कारण हुआ। पीएम मोदी ने बताया कि वो जब प्रधानमंत्री नहीं बने थे, उससे पहले भी अनेकों बार मणिपुर आए थे। उन्होंने बताया कि उन्हें पता था कि यहाँ की जनता दिल में किस बात का दर्द है, इसलिए 2014 के बाद उन्होंने दिल्ली को, भारत सरकार को मणिपुर की जनता के दरवाजे पर लेकर आ गए।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार की सात वर्षों की मेहनत पूरे नॉर्थ ईस्ट में दिख रही है, मणिपुर दिख रही है। उन्होंने कहा कि आज मणिपुर बदलाव का एक नई कार्य-संस्कृति का प्रतीक बन रहा है और ये बदलाव हैं- मणिपुर Culture (संस्कृति) के लिए, Care (सेवा) के लिए इसमें Connectivity (संयोजकता) को भी प्राथमिकता है, Creativity (सृजनशीलता) का भी उतना ही महत्व है। उन्होंने कहा कि हमने पूर्वोत्तर के लिए ‘एक्ट ईस्ट’ का संकल्प लिया है।

बकौल पीएम मोदी, ईश्वर ने इस क्षेत्र को इतने प्राकृतिक संसाधन दिये हैं, इतना सामर्थ्य दिया है। इन्होने कहा कि यहाँ विकास की, टूरिज्म की इतनी सम्भावनाएँ हैं और नॉर्थ ईस्ट की इन संभावनाओं पर अब काम हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर अब भारत के विकास का गेटवे बन रहा है। उन्होंने कहा कि मणिपुर देश के लिए एक से एक नायाब रत्न देने वाला राज्य रहा है और यहाँ के युवाओं ने, और विशेषकर मणिपुर की बेटियों ने पूरी दुनिया में भारत का झंडा उठाया है, गर्व से देश का सर ऊँचा किया है।

पीएम मोदी ने कहा कि विशेषकर आज देश के नौजवान, मणिपुर के खिलाड़यों से प्रेरणा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज डबल इंजन की सरकार के निरंतर प्रयास की वजह से इस क्षेत्र में उग्रवाद और असुरक्षा की आग नहीं है, बल्कि शांति और विकास की रोशनी है। साथ ही याद किया कि पूरे नॉर्थ ईस्ट में सैकड़ों नौजवान, हथियार छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि जिन समझौतों का दशकों से इंतजार था, हमारी सरकार ने वो ऐतिहासिक समझौते भी करके दिखाए हैं और मणिपुर ब्लॉकेड स्टेट से इंटरनेशनल ट्रेड के लिए रास्ते देने वाला स्टेट बन गया है।

पीएम मोदी ने कहा, “21वीं सदी का ये दशक मणिपुर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पहले की सरकारों ने बहुत समय गँवा दिया। अब हमें एक पल भी नहीं गँवाना है। हमें मणिपुर में स्थिरता भी रखनी है और मणिपुर को विकास की नई ऊँचाई पर भी पहुँचाना है। और ये काम, डबल इंजन की सरकार ही कर सकती है।”

त्रिपुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा

वहीं त्रिपुरा में प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का भारत, सबको साथ लेकर, सबके विकास और सबके प्रयास से ही आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कुछ राज्य पीछे रहें, कुछ राज्य के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहें, ये असंतुलित विकास ठीक नहीं। साथ ही उदाहरण दिया कि त्रिपुरा के लोगों ने दशकों तक, यहाँ यही देखा है। प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि कैसे पहले यहाँ भ्रष्टाचार की गाड़ी रुकने का नाम नहीं लेती थी और विकास की गाड़ी पर ब्रेक लगा हुआ था।

उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जो सरकार यहाँ थी, उसमें त्रिपुरा के विकास का ना विजन था और ना ही उसकी नीयत थी, जिस कारण गरीबी और पिछड़ेपन को त्रिपुरा के भाग्य के साथ चिपका दिया गया था। उन्होंने ‘हीरा मॉडल’ से कनेक्टिविटी की बात करते हुए कहा कि ‘H से highway, I से Internet way, R से railways और A से Airways’ के जरिए कनेक्टिविटी बढ़ रही है, सुधर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार का कोई मुकाबला नहीं है।

उन्होंने कहा, “डबल इंजन की सरकार यानी संसाधनों का सही इस्तेमाल। डबल इंजन की सरकार यानी संवेदनशीलता। डबल इंजन की सरकार यानी लोगों के सामर्थ्य को बढ़ावा। 21वीं सदी में भारत को आधुनिक बनाने वाले नौजवान मिलें, इसके लिए देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है। इसमें स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर भी उतना ही जोर दिया गया है। त्रिपुरा के विद्यार्थियों को अब मिशन-100, ‘विद्या ज्योति’ अभियान से भी मदद मिलने वाली है। देश को सिंगल यूज़ प्लास्टिक का विकल्प देने में भी त्रिपुरा एक अहम भूमिका निभा सकता है। यहाँ बने बाँस के झाड़ू, बाँस की बोतलें, ऐसे प्रोडक्ट्स के लिए बहुत बड़ा बाज़ार देश में बन रहा है।”

पीएम मोदी ने कहा कि इससे बाँस के सामान के निर्माण में हज़ारों साथियों को रोज़गार, स्वरोज़गार मिल रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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