Monday, November 18, 2024
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‘हमारा रिश्ता जन-जन का, मन से मन का’: मतुआ हर्टलैंड में PM मोदी, बंगाल की 70 सीटों पर इनका प्रभाव

"किसने सोचा था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी ओरकांडी आएगा। मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूँ, जो भारत में रहने वाले ‘मतुआ संप्रदाय’ के मेरे हजारों-लाखों भाई-बहन ओरकांडी आकर महसूस करते हैं।"

बांग्लादेश दौरे के दूसरे दिन शनिवार (27 मार्च 2021) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मतुआ हर्टलैंड ओरकांडी पहुँचे। मंदिर में पूजा-अर्चना की। बंगाल में इस समुदाय के लगभग दो करोड़ लोग रहते हैं और वहाँ की 70 विधानसभा सीटों पर इनका असर है

ओरकांडी मंदिर में दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रंगला मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने यहाँ आने की इच्छा बहुत पहले प्रकट की थी। उन्होंने कहा कि हमारा रिश्ता मन से मन का और जन से जन का है।

ओरकांडी में प्राथमिक स्कूल बनाने का ऐलान

प्रधानमंत्री मोदी ने मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ओरकांडी में भारत सरकार लड़कियों के मिडिल स्कूल को अपग्रेड करेगी और भारत सरकार द्वारा यहाँ एक प्राइमरी स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। ये भारत के करोड़ों लोगों की तरफ से हरिचंद ठाकुर जी को श्रद्धांजलि है।

ओरकांडी में पीएम ने कोरोना वायरस महामारी पर भी बात की। उन्होंने कहा, “कोरोन काल में दोनों ही देशों ने अपने सामर्थ को दिखाया है। मेक इन इंडिया वैक्सीन भारत-बांग्लादेश के हर जन को पहुँचे, भारत इसे अपना कर्तव्य समझता है।”

पीएम ने पश्चिम बंगाल में बनगाँव से सांसद शांतनु ठाकुर की तारीफ की। उन्होंने कहा, “मेरा सौभाग्य है की हरिचंद देव की विरासत को सँभाल रहे शांतनु ठाकुर संसद में मेरे सहयेगी हैं। मुझसे छोटे हैं पर उनसे भी हमें बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है वो बहुत कर्मठ हैं।”

पीएम मोदी ने कहा इस पवित्र अवसर की प्रतीक्षा बहुत वर्षो से थी। उन्होंने कहा, “मेरी इच्छा 2015 से है जब मैं पीएम बना था तभी से यहाँ आने की इच्छा थी वो आज पूरी हुई। उन्होंने कहा कि मुझे याद है, पश्चिम बंगाल में ठाकुरनगर में जब मैं गया था, तो वहाँ मेरे मतुआ भाइयों-बहनों ने मुझे परिवार के सदस्य की तरह प्यार दिया था। विशेष तौर पर ‘बॉरो-माँ’ का अपनत्व, माँ की तरह उनका आशीर्वाद, मेरे जीवन के अनमोल पल रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “भारत और बांग्लादेश दोनों ही देश अपने विकास से, अपनी प्रगति से पूरे विश्व की प्रगति देखना चाहते हैं। दोनों ही देश दुनिया में अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं। यही मूल्य, यही शिक्षा हरिचंद देव ने हमें दी थी।” 

पीएम ने कहा कि किसने सोचा था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी ओरकांडी आएगा। मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूँ, जो भारत में रहने वाले ‘मतुआ संप्रदाय’ के मेरे हजारों-लाखों भाई-बहन ओरकांडी आकर महसूस करते हैं। पीएम ने कहा कि मैं बांग्लादेश के राष्ट्रीय पर्व पर भारत के आपके 130 करोड़ भाइयों-बहनों की तरफ से आपके लिए प्रेम और शुभकामनाएँ लाया हूँ। आप सभी को बांग्लादेश की आज़ादी के 50 साल पूरे होने पर ढेरों बधाई, हार्दिक शुभकामनाएँ।

इससे पहले PM मोदी दक्षिण-पूर्व सतखिरा स्थित जेशोरेश्वरी काली मंदिर गए थे, यहाँ उन्होंने पूजा-अर्चना की। इसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। पीएम मोदी ने यहाँ माँ काली को हाथ से निर्मित मुकुट पहनाया, उनके चरणों में साड़ी भेंट की। इसके बाद मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। यह मुकुट चाँदी से बना है, जिस पर सोने की परत चढ़ाई गई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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