शुरुआत के कुछ दिनों को छोड़ने के बाद, कॉन्ग्रेस के नेताओं की जीभ लगातार उस तरफ मुड़ती जा रही है जिसे मानसिक आघात के बाद की स्थिति कहा जा सकता है। राहुल गाँधी हर जगह ज्ञान देते नज़र आते हैं कि पुलवामा हमले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा हो नहीं रहा।
चाहे वो दिग्विजय सिंह हों, सलमान खुर्शीद हों, सिद्धू हों, या कमलनाथ, सब ने लगातार मोदी की आलोचना या विरोध के चक्कर में उन्होंने भारतीय सेना और भारत राष्ट्र पर ही सवाल उठा दिए हैं। ये तो इनके सीनियर नेताओं के कुकर्म हैं, छोटे नेताओं को तो गिना भी नहीं जा रहा।
इसी कड़ी में कॉन्ग्रेस से राज्यसभा संसद बी के हरिप्रसाद का बयान पार्टी की अघोषित लाइन पर ही है। उन्होंने अभी तक की अजीब बातों और आरोपों से एक कदम आगे बढ़कर कहा है कि इस हमले में मोदी और इमरान खान की मिलीभगत थी। उन्होंने कहा, “पुलवामा अटैक के बाद के घटनाक्रम पर यदि आप नजर डालेंगे तो पता चलता है कि यह पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच मैच फिक्सिंग थी।”
<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”en” dir=”ltr”>Mr Ravi Shankar Prasad (<a href=”https://twitter.com/rsprasad?ref_src=twsrc%5Etfw”>@rsprasad</a>) should clarify whether there is any match-fixing between Pakistan and Mr Modi or else without their knowledge, Pulwama incident would have not taken place: BK Hariprasad, Congress <a href=”https://t.co/J8zWCLQ6fd”>pic.twitter.com/J8zWCLQ6fd</a></p>— TIMES NOW (@TimesNow) <a href=”https://twitter.com/TimesNow/status/1103621956107026433?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 7, 2019</a></blockquote>
कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह जैसे कई विपक्षी नेता भारतीय सेना और IAF का मजाक बनाते नजर आ रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को ‘दुर्घटना’ बताया तो वहीं नवजोत सिंह सिद्धू जैसे कुछ नेता तो एयर स्ट्राइक पर ही यह कहकर सवाल उठा रहे हैं कि आतंकी मारने गए थे या पेड़ गिराने? बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा एयर स्ट्राइक में 250 से अधिक आतंकियों के मारे जाने के दावे के बाद से विपक्ष हमलावर है कि उनके पास यह आँकड़ा कहाँ से आया?
ऐसे ही सबूत माँगने वालों के लिए मंत्री जनरल (retd) वीके सिंह ने कहा था, “अगली बार जब भारत कोई कार्रवाई करे तो जो विपक्षी नेता प्रश्न उठाते हैं, उन्हें फाइटर प्लेन के नीचे बाँध के ले जाएँ। जब बम गिराया जाएगा तो उन्हें वहीं से टारगेट दिख जाएगा। इसके बाद उनको वहीं पर उतार दें। वे लोग टारगेट की जगहों को गिन लें और वापस आ जाएँ।”