अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के जरिए सेना में अग्निवीरों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पंजाब के जालंधर में भी भर्ती शिविर लगाए गए हैं। आरोप है कि यहाँ स्थानीय प्रशासन सहयोग नहीं कर रहा है, जिसके कारण भारतीय सेना अग्निपथ भर्ती रैली को स्थगित कर सकती है।
जालंधर में सेना के जोनल भर्ती अधिकारी ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग नहीं करने का हवाला देते हुए पंजाब सरकार को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि राज्य में अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के तहत भर्ती रैलियों को या तो स्थगित किया जा सकता है या पड़ोसी राज्यों में स्थानांतरित किया जा सकता है।
जालंधर के जोनल भर्ती अधिकारी मेजर जनरल शरद बिक्रम सिंह ने पंजाब के मुख्य सचिव वीके जंजुआ और रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण के प्रमुख सचिव कुमार राहुल को संबोधित करते हुए 8 सितंबर 2022 को एक पत्र लिखा। पत्र में जनरल शरद बिक्रम सिंह ने कहा:
“सेना की भर्ती रैली में स्थानीय नागरिक प्रशासन के ढुलमुल रवैये को हम आपके सामने लाने के लिए मजबूर हैं। स्थानीय नागरिक प्रशासन का समर्थन बिना किसी स्पष्ट प्रतिबद्धता के कम हो रहा है। वे चंडीगढ़ से राज्य सरकार के निर्देशों की कमी और धन की कमी के कारण अपनी अपर्याप्तता का हवाला दे रहे हैं।”
द इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर में यह बताया गया है कि सेना ने जो पत्र लिखा है, उसमें – कानून-व्यवस्था बनाए रखने, सुरक्षा के लिए पुलिस सहायता, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक बैरिकेडिंग, उम्मीदवारों से संबंधित जरूरी आवश्यकताएँ – जैसी चीजों के लिए स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही मानी गई है। पत्र के अनुसार पंजाब की स्थानीय प्रशासन इन्हीं जवाबदेहियों को लेकर विफल रही है।
अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) की भर्ती प्रक्रिया से जुड़े इस पत्र में यह भी कहा गया है कि 14 दिनों के लिए प्रतिदिन 3000 से 4000 उम्मीदवारों को बारिश से बचने के लिए रेन शेल्टर, पानी, मोबाइल शौचालय और भोजन जैसी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी भी स्थानीय प्रशासन की होती है।
17 से 30 सितंबर तक पटियाला में होगी रैली
बता दें कि अगस्त 2022 में पंजाब के लुधियाना में भर्ती रैलियों का आयोजन किया गया था। वहीं, गुरदासपुर में 1 से 14 सितंबर 2022 तक एक शिविर चल रहा है और दूसरा 17 से 30 सितंबर तक पटियाला में आयोजित किया जाएगा।
क्या है अग्निपथ योजना
भारत सरकार ने दशकों पुरानी सेना भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की जून 2022 में घोषणा की। ‘अग्निपथ योजना’ के जरिए देश के युवाओं को ‘अग्निवीर’ बनकर नौकरी और देशसेवा, दोनों का अवसर मिलेगा। इसके तहत साढ़े 17 साल से लेकर 21 वर्ष तक के युवाओं की तीनों सेनाओं के लिए भर्ती की जाएगी।
सरकार ने पहली बार के लिए अधिकतम उम्र सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दिया है। इसमें प्रशिक्षण समेत कुल सेवा अवधि 4 वर्षों की होगी। सम्बंधित सेवा अधिनियम एवं विनियम के तहत ये बहाली होगी। इसके लिए पारदर्शी, स्वचालित और केंद्रीकृत चयन प्रक्रिया को अमल में लाया जाएगा।