सोनिया गाँधी के गढ़ रायबरेली से कॉन्ग्रेस की विधायक अदिति सिंह भाजपा में शामिल हो गई हैं। उनके पिता अखिलेश सिंह भी यहाँ से 5 बार विधायक रहे थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की उपस्थिति में अदिति सिंह पार्टी में शामिल हुईं। उत्तर प्रदेश में धुआँधार चुनाव प्रचार कर रहीं प्रियंका गाँधी और कॉन्ग्रेस को इससे तगड़ा झटका लगा है। अदिति सिंह पिछले कुछ समय से बागी हो गई थीं और लगातार गाँधी परिवार और कॉन्ग्रेस के खिलाफ उनके बयान आ रहे थे।
जनकल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होकर अन्य दलों के नेता भाजपा परिवार में शामिल हो रहे हैं।
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) November 24, 2021
प्रदेश अध्यक्ष श्री @swatantrabjp ने रायबरेली से कांग्रेस विधायक श्रीमती @AditiSinghRBL व आजमगढ़ से बसपा विधायक श्रीमती वंदना सिंह को प्रदेश कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। pic.twitter.com/cKr6Eg2Onq
अदिति सिंह ने 2017 में अपने पिता की सीट रायबरेली सदर से जीत दर्ज की थी। लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली। 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। 1993 से लगातार इस सीट पर अदिति सिंह के परिवार का ही कब्ज़ा है। अटकलें हैं कि 3 दशकों के इतिहास को देखते हुए 2022 में भी इस सीट से अदिति सिंह को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा। पिछले कुछ समय में कॉन्ग्रेस के कई नेता अन्य दलों में शामिल हुए हैं, जिनमें जितिन प्रसाद प्रमुख हैं।
अदिति सिंह ने इससे पहले आवाज़ उठाते हुए कहा था कि एक-एक कर नेता जिस तरह से कॉन्ग्रेस छोड़ते जा रहे हैं, उस पर पार्टी आलाकमान को आत्मचिंतन करना चाहिए। अनुच्छेद-370 को निरस्त करने का फैसला हो या फिर राम मंदिर निर्माण का, अदिति सिंह ने लगातार केंद्र और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रशंसा की थी। कॉन्ग्रेस ने उनके निलंबन के लिए स्पीकर को लिखा था। साथ ही रायबरेली में पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा न लेने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।