प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) ने शनिवार (25 दिसंबर 2021) को देश को संबोधित करते हुए घोषणा की कि कोरोना वायरस (Covid-19) के नए वैरिएंट के मद्देनजर स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के योद्धा (कोरोना वॉरियर्स) को 10 जनवरी 2022 से बूस्टर डोज दिया जाएगा। हैरानी की बात यह है कि जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा की, वैसे ही विपक्ष (Opposition) गिद्ध की भाँति इसका श्रेय लेने की होड़ में लग गया।
इसकी शुरुआत सबसे पहले शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray ) ने की। उन्होंने पीएम के संबोधन के कुछ ही मिनटों के भीतर पीएम की इस घोषणा का श्रेय ले लिया। आदित्य ने 7 दिसंबर 2021 के अपने ट्वीट का हवाला देते हुए लिखा, “मुझे खुशी है कि 7/12 को किए गए इन सबसे महत्वपूर्ण अनुरोधों में से दो को स्वीकार कर लिया गया है।” बता दें कि आदित्य ठाकरे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को लिखे पत्र का जिक्र किया।
I’m glad that two of these most important requests made on 7/12 are accepted. https://t.co/gDHSOxiIo9
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) December 25, 2021
श्रेय लेने वालों में ही अगला नंबर भी शिवनेता नेता का ही आया। शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka chaturvedi) ने अपने ट्वीट में कुछ पोस्ट तो नहीं किया, लेकिन उनके ऑफिस के आधिकारिक हैंडल ने उन्हें इसका श्रेय दिया। प्रियंका के ऑफिस ने लिखा, “माननीय प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा का स्वागत है। यह उन मुद्दों में से एक है, जिसे प्रियंका चतुर्वेदी उठा रही थीं। खुशी की बात है कि अब इसे श्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुमोदित और घोषित किया गया है।”
The announcement by Hon. @PMOIndia is most welcome. This has been something Smt. @priyankac19 has been raising. Heartening that it has now been approved and announced by Shri @narendramodi .@mansukhmandviya @MoHFW_INDIA https://t.co/8L4dwnM1Yv
— Office Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@Priyanka_Office) December 25, 2021
वहीं इस मामले में तीसरे स्थान पर तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) भी पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए अनाउंसमेंट का श्रेय लेने के लिए आगे आ गईं। उन्होंने ने भी ट्वीट किया, “हालेलुआ! आदरणीय मोदी जी ने सुन लिया! 60 साल से अधिक उम्र वालों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए आखिरकार बूस्टर डोज की घोषणा हुई। खुशी हुई।”
Hallelujah!
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) December 25, 2021
Hon’ble Modiji has heard me! Boosters for over 60s & frontline workers finally.
Praise the Lord.
जब इतने लोग घोषणा का श्रेय ले रहे थे तो इसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) कैसे पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी 20 दिसंबर के अपने ट्वीट का बूस्टर डोज के लिए अपनी माँग की पुष्टि की। उन्होंने ट्वीट किया, “मुझे खुशी है कि आज प्रधानमंत्री ने फ्रंट लाइनवर्कर्स के लिए बूस्टर डोज का ऐलान किया। बूस्टर डोज सभी को मिलनी चाहिए। यह सुखद है कि अब से अब 15 से 18 साल के बच्चों को भी वैक्सीन लग सकेगी।”
मुझे ख़ुशी है आज प्रधानमंत्री जी ने फ़्रंटलाइन वर्कर के लिए बूस्टर डोस का एलान किया। बूस्टर डोस सबको लगनी चाहिए
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 25, 2021
इसके अलावा 15 से 18 साल के बच्चों को अब वैक्सीन लग पाएगी, ये बेहद सुखद बात है। https://t.co/9lCtfZRB89
2014 के बाद से भारत सरकार जो भी घोषणाएँ कर रही हैं, कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने हमेशा से उसका श्रेय लेने की कोशिश की है। उसी परंपरा को बरकरार रखते हुए उन्होंने फिर से अपने पुराने ट्वीट का हवाला देते हुए इसका भी श्रेय लेना चाहा।
केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज़ का मेरा सुझाव मान लिया है- ये एक सही क़दम है। देश के जन-जन तक वैक्सीन व बूस्टर की सुरक्षा पहुँचानी होगी।#BoosterJab #VaccinateIndia https://t.co/wUW7eYhEme
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 26, 2021
उन्होंने कोरोना वायरस वैक्सीन के डोज को लेकर अपने तथ्यात्मक रूप से गलत ट्वीट का उल्लेख करते हुए दावा किया कि आखिरकार पीएम मोदी ने उनके सुझाव को मान लिया है। केरल कॉन्ग्रेस, इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस और पश्चिम बंगाल यूथ कॉन्ग्रेस ने उन्हें इसका श्रेय दिया। तीनों ने ही देश को दिशा देने के लिए राहुल गाँधी की तारीफ में कसीदे पढ़े।
गौरतलब है कि जब लोगों में वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट थी तो उस दौरान न तो कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और न ही उनके बच्चे राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी किसी ने भी आगे बढ़कर लोगों में इसको लेकर जागरुकता फैलाने की कोशिश तक नहीं की। लोगों की वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट को खत्म करने के लिए आगे बढ़कर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम मंत्रियों ने लोगों में जागरुकता फैलाने का काम किया।