Sunday, November 17, 2024
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राहुल, महुआ, केजरीवाल से लेकर ठाकरे और प्रियंका तक… कोरोना वैक्सीन बूस्टर डोज का क्रेडिट लेने सब दौड़ पड़े

केरल कॉन्ग्रेस, इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस और पश्चिम बंगाल यूथ कॉन्ग्रेस ने राहुल गाँधी को इसका श्रेय दिया। तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने तो...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) ने शनिवार (25 दिसंबर 2021) को देश को संबोधित करते हुए घोषणा की कि कोरोना वायरस (Covid-19) के नए वैरिएंट के मद्देनजर स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के योद्धा (कोरोना वॉरियर्स) को 10 जनवरी 2022 से बूस्टर डोज दिया जाएगा। हैरानी की बात यह है कि जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा की, वैसे ही विपक्ष (Opposition) गिद्ध की भाँति इसका श्रेय लेने की होड़ में लग गया।

इसकी शुरुआत सबसे पहले शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray ) ने की। उन्होंने पीएम के संबोधन के कुछ ही मिनटों के भीतर पीएम की इस घोषणा का श्रेय ले लिया। आदित्य ने 7 दिसंबर 2021 के अपने ट्वीट का हवाला देते हुए लिखा, “मुझे खुशी है कि 7/12 को किए गए इन सबसे महत्वपूर्ण अनुरोधों में से दो को स्वीकार कर लिया गया है।” बता दें कि आदित्य ठाकरे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को लिखे पत्र का जिक्र किया।

श्रेय लेने वालों में ही अगला नंबर भी शिवनेता नेता का ही आया। शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka chaturvedi) ने अपने ट्वीट में कुछ पोस्ट तो नहीं किया, लेकिन उनके ऑफिस के आधिकारिक हैंडल ने उन्हें इसका श्रेय दिया। प्रियंका के ऑफिस ने लिखा, “माननीय प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा का स्वागत है। यह उन मुद्दों में से एक है, जिसे प्रियंका चतुर्वेदी उठा रही थीं। खुशी की बात है कि अब इसे श्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुमोदित और घोषित किया गया है।”

वहीं इस मामले में तीसरे स्थान पर तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) भी पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए अनाउंसमेंट का श्रेय लेने के लिए आगे आ गईं। उन्होंने ने भी ट्वीट किया, “हालेलुआ! आदरणीय मोदी जी ने सुन लिया! 60 साल से अधिक उम्र वालों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए आखिरकार बूस्टर डोज की घोषणा हुई। खुशी हुई।”

जब इतने लोग घोषणा का श्रेय ले रहे थे तो इसमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) कैसे पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी 20 दिसंबर के अपने ट्वीट का बूस्टर डोज के लिए अपनी माँग की पुष्टि की। उन्होंने ट्वीट किया, “मुझे खुशी है कि आज प्रधानमंत्री ने फ्रंट लाइनवर्कर्स के लिए बूस्टर डोज का ऐलान किया। बूस्टर डोज सभी को मिलनी चाहिए। यह सुखद है कि अब से अब 15 से 18 साल के बच्चों को भी वैक्सीन लग सकेगी।”

2014 के बाद से भारत सरकार जो भी घोषणाएँ कर रही हैं, कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने हमेशा से उसका श्रेय लेने की कोशिश की है। उसी परंपरा को बरकरार रखते हुए उन्होंने फिर से अपने पुराने ट्वीट का हवाला देते हुए इसका भी श्रेय लेना चाहा।

उन्होंने कोरोना वायरस वैक्सीन के डोज को लेकर अपने तथ्यात्मक रूप से गलत ट्वीट का उल्लेख करते हुए दावा किया कि आखिरकार पीएम मोदी ने उनके सुझाव को मान लिया है। केरल कॉन्ग्रेस, इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस और पश्चिम बंगाल यूथ कॉन्ग्रेस ने उन्हें इसका श्रेय दिया। तीनों ने ही देश को दिशा देने के लिए राहुल गाँधी की तारीफ में कसीदे पढ़े।

गौरतलब है कि जब लोगों में वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट थी तो उस दौरान न तो कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और न ही उनके बच्चे राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी किसी ने भी आगे बढ़कर लोगों में इसको लेकर जागरुकता फैलाने की कोशिश तक नहीं की। लोगों की वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट को खत्म करने के लिए आगे बढ़कर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम मंत्रियों ने लोगों में जागरुकता फैलाने का काम किया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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