बदायूँ के बाबा कॉलोनी में साजिद ने घर में घुस कर 2 हिन्दू बच्चों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी, वहीं तीसरे बच्चे की गर्दन पर भी वार किया गया। नाई साजिद ने हत्या के लिए उस्तरे का इस्तेमाल किया। आरोप है कि उसे बच्चों का खून पीते हुए भी देखा गया है। वामपंथी गिरोह ‘पुराना विवाद’ बता कर घटना पर पर्दा डालने में जुटा हुआ है। वहीं समाजवादी पार्टी भी इस हत्याकांड को लेकर संवेदनहीन राजनीति का परिचय दे रही है। रामगोपाल वर्मा इसका नेतृत्व कर रहे हैं।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के चाचा और पार्टी के जनरल सेक्रेटरी रामगोपाल यादव से पत्रकारों ने बदायूँ के दोहरा हत्याकांड पर प्रतिक्रिया माँगी थी। इस दौरान रामगोपाल वर्मा संवेदनहीनता का परिचय देते हुए दाँत चियार कर मुस्कुराते रहे। फिर उन्होंने कहा कि भाजपा वाले हमेशा चुनाव के वक्त हिंसा करवाते हैं। ये बड़ा आश्चर्यजनक है कि हत्यारा मुस्लिम समाज से है जिसे यूपी में सपा का वोटर माना जाता है, मृतक बच्चे हिन्दू परिवार के हैं, लेकिन सपा को इसमें दोष भाजपा का दिख रहा है।
#WATCH | On Budaun (Uttar Pradesh) Double Murder Case, Samajwadi Party MP Ram Gopal Yadav says, "BJP always makes violence happen at the time of elections." pic.twitter.com/qg76MuuVSQ
— ANI (@ANI) March 20, 2024
इतना ही नहीं, सपा के मीडिया सेल की तरफ से भी पीड़ितों को चिढ़ाने वाले ट्वीट किए जा रहे हैं। जैसा कि स्वाभाविक है, इस निर्मम हत्याकांड के बाद बदायूँ में तनाव भड़क गया और लोगों ने जम कर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन वाले वीडियो को सपा के इस हैंडल ने लपक लिया और इस पर भला-बुरा कहने लगे। क्या पीड़ित पक्ष को बच्चों को उस्तरे से काट डाले जाने के बाद सड़क पर विरोध तक दर्ज कराने का अधिकार नहीं है? वो न्याय नहीं माँगें?
भाजपा यूपी में दंगा फसाद सांप्रदायिक तनाव खड़ा करके चुनाव जीतना चाहती है और इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही और जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करवा रही जिसका परिणाम बदायूं की आज की घटना है
— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) March 19, 2024
भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद ,धार्मिक लड़ाई… pic.twitter.com/7XWbylpRQ3
सपा के पार्टी मीडिया सेल ने लिखा, “भाजपा यूपी में दंगा-फसाद सांप्रदायिक तनाव खड़ा करके चुनाव जीतना चाहती है और इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही और जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करवा रही है। इसका परिणाम बदायूँ की आज की घटना है भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद, धार्मिक लड़ाई ही भाजपा का आखिरी हथियार बची है। भाजपा के इशारे पर ही कई गुंडे बदमाश खुले घूम रहे और भाजपा के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई झगड़ा बढ़ रहा।”
भाजपा इन घटनाओं को अंजाम दिलवा रही है? साजिद नाम वाले कुछ करें तो इसमें भी भाजपा का रोल? अगर सपा इसे धार्मिक विवाद बता रही है तो फिर हत्यारा मुस्लिम है और पीड़ित हिन्दू, फिर वो साजिद को दोष क्यों नहीं दे रही? कल को ISIS या अलकायदा भी किसी घटना को अंजाम देगा तो भाजपा ही दोषी होगी? ये वही सोच है, जो दिल्ली में दंगा इस्लामी भीड़ करती है तो दोष कपिल मिश्रा को देती है। समाज में लड़ाई-झगड़ा अलग चीज है, उस्तरे से बच्चों को काट कर उनका खून पीना अलग बात।