द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के अनुसार, गुरुवार को नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपी पूर्व शिक्षा मंत्री अतानासियो मोंसेरेट को कॉन्ग्रेस पार्टी में शामिल कर लिया गया। ऐसा अनुमान है कि पणजी निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा उपचुनाव के लिए उसे उम्मीदवार बनाया जाएगा। राज्य में उपचुनाव 19 मई को निर्धारित किया गया है।
कथित तौर पर, बलात्कार के आरोपी अतानासियो मोंसेरेट को कॉन्ग्रेस द्वारा पणजी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भावी उम्मीदवार उत्पल पर्रिकर (दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे) के ख़िलाफ़ मैदान में उतारने की तैयारी है।
बता दें कि मोंसेरेट को राजनीतिक दल बदलने की आदत है। उसने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत यूनाइटेड गोअन डेमोक्रेटिक पार्टी (UGDP) के सदस्य के रूप में की, फिर 2004 में भाजपा में शामिल हुआ और 2007 में UGDP में वापस आ गया।
इसके बाद वो कॉन्ग्रेस का सदस्य बन गया, लेकिन बाद में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 2015 में उसे पार्टी से निकाल दिया गया। तब से वह गोवा फॉरवर्ड (GF) में था।
माना जाता है कि 2018 में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और मानव तस्करी के आरोप में मोंसेरेट के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल होने के बावजूद वो राज्य की राजधानी में एक प्रमुख नेता है। अधिकारियों ने पहले भी उसके ख़िलाफ़ जबरन वसूली का एक मामला दर्ज किया था।
कॉन्ग्रेस में शामिल होने के बाद मोंसेरेट ने मीडियाकर्मियों से कहा, “आप इसे विलक्षण पुत्र की वापसी कह सकते हैं, बेटे ने हर जगह घूमते हुए सबक सीखा है। यह घर वापसी जैसा है। मैं यहाँ भाजपा को हराने के लिए हूँ।”
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि मोंसेरेट की राजनीतिक पकड़ और उनके प्रभाव के साथ, कॉन्ग्रेस अब पणजी विधानसभा सीट जीतने की उम्मीद कर सकती है और राज्य की दो लोकसभा सीटों पर भी लाभ प्राप्त कर सकती है।