चुनाव की तारीख़ों की घोषणा होते ही सियासी हलचल काफी तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से चुनाव जीतने की कोशिशें करती हुई नज़र आ रही है। इसी बीच खबर आ रही है कि बिहार में आरजेडी और कॉन्ग्रेस के बीच हुए महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। साफ तौर पर तो नहीं, मगर अप्रत्यक्ष रूप से इनके बीच की खटपट सामने आने लगी है।
बता दें कि महागठबंधन के बीच का ये मनमुटाव सीट के बँटवारे को लेकर है। इस मसले पर आरजेडी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर बिना किसी का नाम लिए कॉन्ग्रेस पर तंज कसते हुए उसे अहंकारी पार्टी बताया।
तेजस्वी ने अपने ट्वीट में कहा, ”संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है। अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चूक हुई तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता? अगर अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की घटाने के लिए अहंकार नहीं छोड़ा तो संविधान में आस्था रखने वाले न्यायप्रिय देशवासी माफ़ नहीं करेंगे।”
संविधान और देश पर अभूतपूर्व संकट है। अगर अबकी बार विपक्ष से कोई रणनीतिक चुक हुई तो फिर देश में आम चुनाव होंगे या नहीं, कोई नहीं जानता? अगर अपनी चंद सीटें बढ़ाने और सहयोगियों की घटाने के लिए अहंकार नहीं छोड़ा तो संविधान में आस्था रखने वाले न्यायप्रिय देशवासी माफ़ नहीं करेंगे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) 16 March 2019
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट को कॉन्ग्रेस से इसलिए जोड़ा जा रहा है, क्योंकि इन्होंने ऐसे समय में ये बयान दिया है, जब आरजेडी और कॉन्ग्रेस के बीच सीटों के बँटवारे का मामला अटका हुआ है। इस मामले पर बिहार चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष और राज्य सभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हालाँकि, उम्मीदवारों के नाम की घोषणा होना अभी बाकी है।
महागठबंधन में राजद और कॉन्ग्रेस के बीच बढ़ती तल्खी को देखते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने खुद इस बारे में फैसला लेने का विचार किया है। आरजेडी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने बताया कि चुनाव से जुड़े सारे फैसले लालू प्रसाद यादव ही लेंगे। यानी कि महागठबंधन में सीटों के बँटवारे से लेकर आरजेडी के उम्मीदवारों के चयन में अंतिम मुहर लालू प्रसाद यादव की ही लगेगी।