कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी के पति रॉबर्ट वाड्रा मंगलवार (अक्टूबर 8, 2019) को स्पेन में थे। यहाँ उन्होंने ‘सांता मारिया डे मोंटसेराट एबे’ नामक पवित्र स्थल पर उपस्थिति दर्ज कराई। ज़मीन हड़पने के कई मामलों में आरोपित कारोबारी वाड्रा ने मंगलवार की सुबह ‘ब्लैक मडोना’ की प्रतिमा के समक्ष प्रार्थना भी की। वाड्रा ने अपने इस दौरे से जुड़े 30 फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि अध्यात्म की कोई सीमा नहीं होती। वाड्रा ने लिखा कि उन्होंने इस स्थल के बारे में काफ़ी सुन रखा था और वो यहाँ आकर अभिभूत हैं।
वाड्रा ने बताया कि ‘पवित्र ब्लैक मडोना’ की प्रतिमा का दर्शन और उसे छूने के लिए कई लोग लाइन में लगे थे और उन्हें भी उसी लाइन में लग कर काफ़ी ख़ुशी हुई। वाड्रा ने बताया कि उन्होंने अपनी बारी का इंतजार किया और फिर ‘ब्लैक मडोना’ का दर्शन किया। वाड्रा ने बताया कि उन्होंने भी ‘ब्लैक मडोना’ की प्रतिमा को छुआ। वाड्रा ने वहाँ के वातावरण की प्रशंसा करते हुए बताया कि पहाड़ी की चोटी पर स्थित इस स्थल से आसपास के सुन्दर इलाक़ों का मनोरम दृश्य दिखता है।
रॉबट वाड्रा ने लिखा कि इस क्षेत्र के इतिहास के बारे में जानकारी लेकर और ‘ब्लैक मडोना’ का दर्शन करने का उनका अनुभाग काफ़ी यादगार रहा। स्पेन दौरे पर गए रोबर्ट वाड्रा ने इससे पहले कोर्ट से विदेश दौरे के लिए अनुमति माँगी थी। उन्होंने अदालत में कहा था कि वह बिजनेस ट्रिप पर विदेश जाना चाहते हैं। उन्हें सितम्बर 13, 2019 को अदालत ने विदेश जाने की अनुमति दे दी थी। हालाँकि, प्रवर्तन निदेशालय ने कहा था कि वाड्रा विदेश में सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं।
अदालत ने कहा था कि चूँकि वाड्रा की विवादित सम्पत्तियाँ भारत में स्थित हैं, इसीलिए विदेश जाने की अनुमति दी जा सकती है। कोर्ट ने ईडी की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए उन्हें विदेश जाने की अनुमति दे दी थी। हालाँकि, कोर्ट ने यह भी कहा था कि स्पेन से लौट कर अधिकारियों द्वारा बुलाए जाने पर उन्हें 72 घंटे के भीतर अपनी पासपोर्ट और वीजा की कॉपी जमा करानी होगी और जाँच के लिए उपस्थित होना पड़ेगा।