Sunday, September 29, 2024
Homeराजनीतिसैम 'हुआ तो हुआ' पित्रोदा को फिर से बनाया गया ओवरसीज कॉन्ग्रेस का अध्यक्ष,...

सैम ‘हुआ तो हुआ’ पित्रोदा को फिर से बनाया गया ओवरसीज कॉन्ग्रेस का अध्यक्ष, सच हुई PM मोदी की भविष्यवाणी: भारतीयों पर नस्लवादी टिप्पणी कर चुके हैं सत्यनारायण गंगाराम

इसी तरह उन्होंने इन्हेरिटेंस टैक्स लगाए जाने का भी समर्थन किया था। उनका कहना था कि किसी के मरने के बाद उसकी संपत्ति के एक बड़े हिस्से पर सरकार का कब्ज़ा होना चाहिए।

कॉन्ग्रेस पार्टी ने एक बार फिर से सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा को अपनी ओवरसीज शाखा के अध्यक्ष के पद पर बहाल कर दिया है। लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान के दौरान उनके बयानों से पार्टी की जम कर भद्द पिटी थी, जिस कारण उनसे इस्तीफा दिलवा दिया गया था। अब फिर से वो ‘इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस’ के अध्यक्ष रह चुके हैं। बुधवार (26 जून, 2024) को ये ऐलान किया गया। सैम पित्रोदा ने भारत के नागरिकों पे आपत्तिजनक नस्लवादी टिप्पणी की थी।

उन्होंने भारत के नागरिकों की तुलना चीन, अरब, श्वेत और अफ़्रीका के लोगों से की थी। उन्होंने विविधता और लोकतंत्र की बातें करते हुए इसकी आड़ में ऐसा किया था। उन्होंने कहा था कि पूर्वी भारत के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिमी भारत के लोग अरबी जैसे, उत्तर भारतीय श्वेत जैसे और दक्षिण भारतीय अफ़्रीकी जैसे दिखते हैं। इसी तरह उन्होंने इनहेरिटन्स टैक्स लगाए जाने का भी समर्थन किया था। उनका कहना था कि किसी के मरने के बाद उसकी संपत्ति के एक बड़े हिस्से पर सरकार का कब्ज़ा होना चाहिए।

सैम पित्रोदा 1984 में हुए सिखों के नरसंहार को भी ‘हुआ तो हुआ’ कह कर जायज ठहरा चुके हैं। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद कॉन्ग्रेस नेताओं ने सिखों का खूब बहाया था, उनके बेटे राजीव गाँधी ने कहा था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। राजीव गाँधी के काल में 1989 में उन्हें ‘टेलीकॉम कमीशन’ का पहला अध्यक्ष बनाया गया था। 2005 में तत्कालीन PM मनमोहन सिंह ने उन्हें ‘नेशनल नायलेज कमीशन’ का मुखिया बनाया। 2009 में उन्हें कैबिनेट मंत्री का रैंक देते हुए ‘इन्फॉर्मेशन इंफ्रास्ट्रक्चर’ के क्षेत्र में प्रधानमंत्री का सलाहकार बनाया गया था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही उन्हें पुनः स्थापित किए जाने की भविष्यवाणी कर दी थी। उन्होंने सैम पित्रोदा को अमेरिका में राहुल गाँधी का गुरु बताते हुए कहा था कि उनसे इस्तीफा दिलवा दिया गया है, लेकिन कुछ दिनों बाद उन्हें फिर से वापस ले लिया जाएगा। पीएम मोदी ने इसे सोची-समझी रणनीति बताते हुए कहा था कि वो देश में भ्रम का वातावरण फैलाते हैं, वो चालाकियाँ करते रहते हैं। 99 सीटें आने से उत्साहित कॉन्ग्रेस अब फिर से सैम पित्रोदा को वापस लाई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जातिगत आरक्षण: जरूरतमंदों को लाभ पहुँचाना उद्देश्य या फिर राजनीतिक हथियार? विभाजनकारी एजेंडे का शिकार बनने से बचना जरूरी

हमें सोचना होगा कि जातिगत आरक्षण के जरिए क्या हम वास्तव में जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं या फिर हम एक नई जातिगत विभाजन की नींव रख रहे हैं?

इजरायल की ताबड़तोड़ कार्रवाई से डरा ईरान! सेफ हाउस भेजे गए सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई: हिज्बुल्लाह चीफ से पहले हमास प्रमुख का भी...

ईरान ने इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की आपात बैठक बुलाने की माँग की है ताकि मुस्लिम देशों को एकजुट किया जा सके।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -