उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में 276 सीटों पर आगे चल रही भारतीय जनता पार्टी की जीत अब साफ हो गई है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनेताओं में खुशी का माहौल है। इसी क्रम में मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी एबीपी न्यूज से जुड़ीं। उन्होंने अपनी पार्टी की जीत की वजह मातृशक्ति और कानून व्यवस्था को लेकर उठाए कदमों को बताया। साथ ही प्रियंका गाँधी पर भी तंज कसा।
स्मृति ईरानी ने प्रियंका गाँधी के लिए कहा, “राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए ये रूचि का विषय होगा कि प्रियंका जी यूपी में कॉन्ग्रेस में जान फूँकने आई थीं और पूरी पार्टी को ही फूँक कर चली गईं।”
प्रियंका जी यूपी में कांग्रेस में जान फूंकने आई थी, पूरी पार्टी को फूंक कर चली गई। – @smritiirani जी। pic.twitter.com/9YI8iZeL2l
— Harshal Purohit (@iPurohitHarshal) March 10, 2022
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ये सब पीएम मोदी और उनकी योजनाएँ के साथ यूपी में यशस्वी नेतृत्व देने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार के कारण ही संभव हुआ है। उन्होंने दावा किया कि साल 2024 में एक बार फिर से पीएम मोदी की ही सरकार बनेगी। इसके बाद उन्होंने प्रियंका गाँधी को लेकर अपनी टिप्पणी दी।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बोलीं- 2024 में भी बनेगी बीजेपी की सरकार@RubikaLiyaquat | @ShobhnaYadava| @smritiirani
— ABP News (@ABPNews) March 10, 2022
LIVE कवरेज – https://t.co/BE5Dhsua3w#ResultsOnABP #UPElections2022 #ElectionResults #YogiAdityanath #NarendraModi #BJP pic.twitter.com/C0Sg01ZOID
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में 403 सीट पर मुकाबला हो रहा है। सत्ता बनाने के लिए किसी भी दल को कम से कम 202 सीट चाहिए और भाजपा अकेले यहाँ बहुमत का आँकड़ा पार करते हुए 276 सीट हासिल कर चुकी है। वही समाजवादी पार्टी की झोली में 120 सीटें, बसपा में 4, कॉन्ग्रेस में 2 सीट आती दिख रही है। कॉन्ग्रेस का ये हाल तब है जब उन्होंने राज्य में हाथरस से लेकर किसान आंदोलन तक के मुद्दे पर राजनीति करने का कोई मौका नहीं छोड़ा।
याद दिला दें कि साल 2017 में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ 312 सीट हासिल की थी। उन्हें 39.6 फीसद वोट प्राप्त हुए थे। वहीं राहुल गाँधी और अखिलेश यादव साथ आने के बाद भी सत्ता नहीं हासिल कर पाए थे। पिछले चुनावों में सपा को 21.82 फीसद वोट मिले थे जबकि कॉन्ग्रेस को 6.25 % वोटो के साथ 7 सीट मिल पाई थी। इसी तरह मायावती की बसपा को सिर्फ 18 सीटों पर संतुष्ट होना पड़ा था। मालूम हो कि साल 2017 में चुनावों के दौरान जिन्हें भाजपा ने धूल चटाई वह 2012 और 2007 के चुनावों में स्पष्ट बहुमत से सरकार में आए थे।