सुकून भरा दिन🤗 pic.twitter.com/Qe7KqL3Rcj
— Sunita Kejriwal (@KejriwalSunita) September 3, 2024
स्वाति मालीवाल ने ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा- “मुख्यमंत्री जी की पत्नी, जो मेरी पिटाई के दौरान घर पे ही थीं, उनको बड़ा ‘सुकून’ महसूस हो रहा है।” स्वाति ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सुनीता केजरीवाल को बिभव को देख सुकून इसलिए मिल रहा है क्योंकि बिभव शर्तिया जेल पर बाहर आया है जिसने उन्हें (स्वाति मालीवाल) को उनके (सुनीता केजरीवाल) घर में पीटा और अभद्रता की।
उन्होंने कहा, “सबको ये साफ़ संदेश है, महिलाओं को मारो पीटो, उसके बाद हम पहले गंदी ट्रोलिंग करवा देंगे, पीड़िता को पूरी तरह से बर्बाद करेंगे और कोर्ट में उस आदमी को बचाने के लिए देश के सबसे महँगे वकीलों की फ़ौज खड़ी कर देंगे!”
मुख्यमंत्री जी की पत्नी, जो मेरी पिटाई के दौरान घर पे ही थीं, उनको बड़ा “सुकून🤗” महसूस हो रहा है।
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) September 4, 2024
सुकून इसलिए कि वो आदमी जिसने मुझे उनके घर में पीटा और अभद्रता की, वो शर्तिया बेल पर आया है।
सबको ये साफ़ संदेश है, महिलाओं को मारो पीटो, उसके बाद हम पहले गंदी ट्रोलिंग करवा… pic.twitter.com/fQ9vNBpwz6
स्वाति मालीवाल ने आगे अपने ट्वीट में लिखा- “जिनको ऐसे लोगों को देखकर सुकून मिलता है उनसे बहन बेटियों की इज़्ज़त की क्या उम्मीद रखनी। प्रभु सब देख रहे हैं, इंसाफ़ होकर रहेगा।”
बिभव कुमार को सशर्त बेल
गौरतलब है कि 3 सितंबर को बिभव कुमार को सुप्रीम कोर्ट ने 4 शर्तों पर रिहा किया था। कोर्ट ने कहा था कि बिभव कुमार के जेल से रिहा होने के बाद उनको मुख्यमंत्री के निजी सचिव या किसी आधिकारिक पद पर बहाल नहीं किया जाएगा, बिभव तब तक मुख्यमंत्री आवास नहीं जाएँगे जब तक गवाहों की जाँच पूरी नहीं हो जाती, वो इस मामले को लेकर कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं करेंगे और इस मामले में सबसे पहले उन गवाहों के बयान दर्ज होंगे जो डरे हुए हैं। इन चार शर्तों पर सुप्रीम कोर्ट ने बिभव को रिहा किया था।
बिभव कुमार ने मुख्यमंत्री आवास पर की थी मारपीट
बता दें कि बिभव की रिहाई जेल में 100 दिन बिताने के बाद हुई है। उनपर आरोप था कि उन्होंने 13 मई, 2024 को CM केजरीवाल से मिलने आई AAP की राज्यसभा सांसद से मारपीट की। स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया था कि उन पर बिभव कुमार ने हमला किया और उनको जमीन पर गिरा कर मारा। स्वाति मालीवाल ने कहा कि उनकी पिटाई के दौरान CM केजरीवाल के आवास में मौजूद लोगों ने उनकी मदद नहीं की।