बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी की है। तेज प्रताप की ये टिप्पणी उनके अपने ही दल के नेताओं को रास नहीं आई। तेजप्रताप ने दावा किया कि नीतीश कुमार का नाम नीतीश ‘कुमारी’ है और इसी तरह डिप्टी सीएम का नाम भी सुशील ‘कुमारी’ मोदी है। इतना ही नहीं, वो एक क़दम और आगे बढ़ गए और दावा कर डाला कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी आपस में शादी भी कर चुके हैं।
राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने इस दौरान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय को भी निशाने पर लिया। तेज प्रताप ने कहा कि मगल पांडेय स्वास्थ्य मंत्री बने हैं, तब से सबकुछ अमंगल ही हो रहा है, इसीलिए वो ‘अमंगल’ पांडेय हैं। तेज प्रताप ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में आयोजित कार्यक्रम में ये बातें कही। बिहार में कई जगहों पर राजद ऐसे विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रही है, जहाँ सीएए और एनआरसी का विरोध किया जा रहा है। तेज प्रताप ऐसी ही एक कार्यक्रम को सम्बोधित करने पहुँचे थे। उन्होंने कहा:
“अगर आज मेरे पिता लालू यादव जी जेल से बाहर होते तो पूरे बिहार में गर्दा मचा देते हैं। ये लोग उन्हीं से डरते हैं। जदयू वाले हमें छोड़कर भागे हैं, अब कभी लौटकर भी आएँगे तो हम इन्हें वापस नहीं लेंगे। नीतीश जी तो संघ और भाजपा के सामने एकदम झुक गए हैं।”
तेज प्रताप ने अपने भाषण के दौरान बिहार की सत्ताधारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड और उसके मुखिया नीतीश कुमार को निशाने पर रखा। उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि राजनीति में ऐसी भाषा के लिए कोई जगह नहीं है और मर्यादा में रह कर ही बोलना चाहिए। पूर्व सांसद सिंह ने तेज प्रताप के बयान से नाराज़गी जताई। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वो भी विरोध में टिप्पणी करते हैं लेकिन मर्यादा में रहते हैं। उन्होंने कहा कि तेज प्रताप युवा और समझदार हैं, इसीलिए उन्हें मर्यादा का ख्याल करना चाहिए।
तेज प्रताप यादव ने अपने भाषण के दौरान सीएए और एनआरसी को काला कानून बताया। उनके बयान पर रघुवंश की नाराज़गी से राजद की फूट एक बार फिर से सामने आ गई है। हाल ही में लालू यादव और रघुवंश सिंह की मुलाक़ात हुई थी, जिसके बाद उनके तेवर थोड़े ढीले पड़े थे। वहीं तेज प्रताप के बयान पर जदयू नेता अजय आलोक ने कहा कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वे मानसिक रूप से अस्वस्थ आदमी हैं। उन्हें पटना की जगह राँची में होना चाहिए था। इस तरह की बात तो कोई पागल आदमी ही करेगा।