लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के बिगड़े बोल पर प्रतिक्रया देते हुए कहा, “जैसे को तैसा।” रामविलास पासवान और राजनाथ सिंह राजग के 36 घटक दलों की बैठक बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित कर रहे थे। एक न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर ने जब केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्री रामविलास पासवान से ‘विपक्ष द्वारा हिंसा फैलाने की साज़िशों’ को लेकर सवाल पूछा तो रामविलास पासवान ने कहा कि वे भी तैयार हैं। पासवान ने फिर मज़ाकिया अंदाज़ में कहा कि राजग के नेता भी मिठाई और फूल लेकर जीत की ख़ुशी मनाने के लिए तैयार बैठे हैं। जब रामविलास पासवान ये बातें बोल रहे थे, तब केंद्र गृह मंत्री राजनाथ सिंह उनका हाथ थामे खड़े थे।
सुदर्शन के ख़ुलासे पर सरकार ने कहा “जैसे को तैसा” Tit for Tat करेंगे. #NDA के प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में सुदर्शन के ऑपरेशन #सावधान पर गृहमंत्री @rajnathsingh जी एवं @irvpaswan ने पूरे आत्मविश्वास के साथ विपक्ष के हिंसक षड्यंत्र को सरकार कैसे डील करेगी यह बता दिया।#Savdhan जारी है pic.twitter.com/ApaG91S5hN
— Suresh Chavhanke STV (@SureshChavhanke) May 21, 2019
बता दें कि रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार (मई 22, 2019) को धमकी भरे अंदाज़ में कहा था कि लोगों में इस समय आक्रोश है और ऐसे में अगर ‘रिजल्ट लूटने’ की घटना हुई तो सड़कों पर खून बहेगा। उन्होंने अपने समर्थकों से हथियार उठाने के लिए तैयार रहने को भी कहा है। साथ में उन्होंने कहा था कि अगर ऐसी कोई हिंसा होती है तो उसके लिए बिहार और केंद्र की सरकार जिम्मेदार होंगे। राजग की बैठक के बाद विपक्षी नेताओं की तरफ़ से आ रहे ऐसे ही बयानों को लेकर दोनों केंद्रीय मंत्रियों (रामविलास पासवान और राजनाथ सिंह) से सवाल पूछे गए।
ज्ञात हो कि राजधानी दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सहयोगी दलों के लिए होटल अशोक में डिनर का आयोजन किया, जिसमें 36 राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने शिरकत की। 3 अन्य पार्टियों ने पत्र भेज कर समर्थन जताया। इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री के पिछले पाँच वर्षों के कार्यकाल की प्रशंसा की गई और सभी दलों ने राजग सरकार की योजनाओं को लेकर संतुष्टि जताई।
रामविलास पासवान बिहार में भाजपा के अहम सहयोगी हैं। राज्य में भाजपा ने चुनाव से पहले नीतीश कुमार की जदयू और पासवान की लोजपा के साथ सीटों का समझौता सफलतापूर्वक पूरा किया। उपेंद्र कुशवाहा ने 4 वर्ष सरकार में शामिल होकर अंत में राजग से किनारा कर लिया। वह अभी बिहार में विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं। पाँच पार्टियों की इस गठबंधन में कॉन्ग्रेस, राजद, वीआईपी, हम (HAM) और रालोसपा शामिल हैं। एग्जिट पोल में राजग एक बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है, जबकि महागठबंधन चारों खाने चित हो जाएगा।