देवी सीता पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले तृणमूल कॉन्ग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी कड़ी कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं। अभद्र टिप्पणी करने के बाद मचे सियासी बवाल के बाद उन पर एफ़आईआर दर्ज की गई है। तृणमूल सांसद के बयान वाले वीडियो की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना भी हो रही है। कल्याण बनर्जी पर हावड़ा के गोलीबारी थाने में एफ़आईआर दर्ज की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ एफ़आईआर में ऐसा कहा गया है कि देवी सीता पर की गई इस अभद्र टिप्पणी की वजह से बंगाली समाज के भावनाओं को ठेस पहुँची है। यह एफ़आईआर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के सदस्य आशीष जायसवाल ने दर्ज कराई है। उनका इस मुद्दे पर कहना है कि हमारी भावनाएँ आहत हुई हैं, हम चाहते हैं कि टीएमसी सांसद अपने इस बयान पर माफी माँगें। कल्याण बनर्जी पश्चिम बंगाल के सेरामपोर से तृणमूल कॉन्ग्रेस के सांसद हैं। इसके अलावा वो कलकत्ता हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता भी हैं।
टीएमसी सांसद के इस बयान पर भाजपा नेताओं की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रिया आई थी। भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने कहा था कि उनका बयान गलत है। उनके अनुसार, “ममता बनर्जी की पार्टी को तुष्टिकरण की राजनीति पसंद है। यही वजह है कि वो हमारी परम्परा रामायण और महाभारत का अपमान कर रहे हैं। जिसे हम बचपन से पढ़ते आ रहे हैं, जनता इसका जवाब उन्हें 2021 में देगी।”
इसके बाद उन्होंने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद सबसे ज़्यादा बलात्कार होते हैं। ममता बनर्जी को सबसे पहले अपना राज्य देखना चाहिए, इसके बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान या बिहार को देखना चाहिए।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तुष्टिकरण को लेकर सवाल किया था। उन्होंने पूछा था कि क्या हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाकर ही ममता दीदी की तुष्टिकरण की राजनीति करना चाहती हैं?
भाजपा नेता और मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने भी कल्याण बनर्जी पर देवी सीता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए वीडियो पोस्ट किया। वहीं बीजेपी के चुनाव प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कल्याण बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी की लोकप्रियता के कारण टीएमसी में दरार है। उन्होंने कहा, “ये सब बकवास और मूर्खतापूर्ण टिप्पणी है। मैं इस पर प्रतिक्रिया भी नहीं दूँगा क्योंकि इस तरह की बकवास फालतू लोग ही करते हैं। मैं बस यही सलाह देना चाहूँगा कि उन्हें मनोचिकित्सक के पास जाना चाहिए।”
दरअसल कल्याण बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था, “सीता राम के पास जाकर बोलीं कि मेरा सौभाग्य था कि रावण ने मेरा हरण किया। अगर तुम्हारे भगवाधारी चेलों ने मेरा हरण किया होता तो मेरा हाल यूपी के हाथरस जैसा होता।” इस विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।