पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार (दिसंबर 11, 2020) शाम को एक बीएसएफ के जवान की कथित तौर पर पिटाई की और उन्हें पागल घोषित कर दिया। इस सम्बन्ध में पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। हालाँकि, इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पीड़ित जवान की पहचान 32 वर्षीय बिस्वजीत साहनी (Biswajit Sahani) के रूप में हुई है। वह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 169 बटालियन में तैनात थे और इलाज के लिए कोरोना महामारी के बीच जारी लॉकडाउन से पहले घर लौट आए थे।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अनुसार, बिस्वजीत साहनी पिछले कुछ महीनों से छुट्टी पर थे और अपने आवास पर रह रहे थे। उन्होंने बताया कि घटना के समय वह कोई आधिकारिक ड्यूटी पर भी नहीं थे।
घटना के दिन बिस्वजीत गत शुक्रवार को अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर घर लौट रहे थे। तभी उन्होंने रास्ते में एक TMC रैली को ओवरटेक करने की कोशिश की, जिससे उनके और कुछ TMC के गुंडों के बीच विवाद हो गया।
यह विवाद जल्द ही हिंसक हो गया और TMC के गुंडों ने बीएसएफ के जवान की लकड़ी के डंडों से पिटाई कर दी। यही नहीं, उनका दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। बाद में, कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाया और अस्पताल पहुँचाया।
पीड़ित जवान के बड़े भाई राजेश साहनी ने कहा, “मेरा भाई जम्मू और कश्मीर से कुछ इलाज के लिए इस फरवरी में घर लौटा था। शुक्रवार दोपहर को, मेरा भाई किसी काम के लिए कंडी गया था। जब वह घर लौट रहे थे तो टीएमसी के लोगों ने उनकी पिटाई की।”
स्थानीय लोगों ने कहा कि टीएमसी रैली का नेतृत्व कंडी ब्लॉक के टीएमसी अध्यक्ष अपूर्वा सरकार कर रहे थे। अपूर्वा सरकार ने पीड़ित पर ‘पागल ’होने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि पार्टी ने उसके इलाज की व्यवस्था की थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, मुर्शिदाबाद जिले के टीएमसी प्रवक्ता अपूर्वा सरकार ने कहा, “बीएसएफ जवान पागल है। वो जानबूझकर हमारी रैली में घुसा और समस्या खड़ी की। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। जवान का परिवार हमारा समर्थक है। हम उनके इलाज की व्यवस्था कर रहे हैं।”
जवान के परिवार ने भी उन्हें पागल कहे जाने पर टीएमसी पर हमलावर होते हुए कहा, “मैं और मेरा भाई दोनों बीएसएफ के जवानों के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं। लेकिन इस क्रूर हमले के बाद, पुलिस में से कोई भी अपना बयान दर्ज करने नहीं आया। जबकि हमने कंडी पुलिस स्टेशन के पास लिखित शिकायत दर्ज की है।”