महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम पल-पल बदल रहा है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फ़ैसले को ग़लत साबित करने के लिए तीनों विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट तक गए। शीर्ष अदालत मंगलवार (नवंबर 26, 2019) को इस सम्बन्ध में फ़ैसला देगी। अब कॉन्ग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने तीनों दलों के 162 विधायकों की मीडिया के सामने परेड कराई है। तीनों दल लगातार सरकार बनाने के लिए ज़रूरी बहुमत होने का दावा कर रहे हैं। उधर भाजपा भी बहुमत साबित कर दिखाने का दावा कर रही है। ऐसे में तीनों दलों द्वारा मीडिया के सामने शक्ति प्रदर्शन से भाजपा की मुश्किलें बढ़ भी सकती हैं।
मुंबई के बांद्रा में स्थित ग्रैंड हयात होटल में शिवसेना अध्यक्ष शरद पवार, एनसीपी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और कॉन्ग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने विधायकों को सम्बोधित किया। उद्धव ने इस दौरान आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए कहा कि शिवसेना क्या चीज है, अब पता चलेगा। उन्होंने एनसीपी के साथ गठजोड़ को सही बताते हुए यहाँ तक कह दिया कि उनका गठबंधन अगले 30 सालों तक चलेगा। उद्धव ने कहा कि वो सत्ता में जय नहीं बल्कि सत्यमेव जयते होना चाहिए।
वहीं अशोक चव्हाण ने कहा कि तीनों दलों के 162 नहीं बल्कि उससे भी ज्यादा विधायक हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी का सराहनीय फ़ैसला है। हालाँकि, राज्यपाल को सौंपे गए समर्थन पत्र में कॉन्ग्रेस विधायक दल के नेता का हस्ताक्षर नहीं है। इसकी जगह प्रदेश कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष बालासाहब थोराट के हस्ताक्षर हैं। साथ ही उस पत्र में ये भी नहीं बताया गया है कि सरकार किसके नेतृत्व में बनेगी और मुख्यमंत्री कौन होगा?
एनसीपी, शिवसेना और कॉंग्रेस की ओर से राज्यपाल को सरकार गठन के लिए यह पत्र दिया गया। लेकिन यह नहीं बताया कि किसके नेतृत्व में सरकार बनेगी? मुख्यमंत्री कौन बनेगा? यह भी दिलचस्प है कि पत्र पर कॉंग्रेस के विधायक दल के नेता के नहीं बल्कि प्रदेश कॉंग्रेस अध्यक्ष के हस्ताक्षर हैं। pic.twitter.com/h4weXdVpsh
— Akhilesh Sharma अखिलेश शर्मा (@akhileshsharma1) November 25, 2019
मीडिया के सामने तीनों दलों के शक्ति प्रदर्शन में शरद पवार भी पहुँचे। शिवसेना नेता संजय राउत उन्हें लेकर होटल में पहुँचे। समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने भी इस शक्ति प्रदर्शन में हिस्सा लिया। सपा ने अपने दोनों विधायकों को शिवसेना, एनसीपी और कॉन्ग्रेस को समर्थन देने को कहा है। कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने भी इस दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। लेकिन, इस दौरान सबसे ज्यादा सक्रिय शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले दिखीं। उन्होंने एक-एक कर कई विधायकों से मुलाक़ात की। आदित्य ठाकरे भी इस दौरान काफ़ी सक्रिय दिखे।
#WATCH Mumbai: Shiv Sena-NCP-Congress MLAs assembled at Hotel Hyatt take a pledge, “I swear that under the leadership of Sharad Pawar, Uddhav Thackeray & Sonia Gandhi, I will be honest to my party. I won’t get lured by anything. I will not do anything which will benefit BJP”. pic.twitter.com/CV8VhOmKl1
— ANI (@ANI) November 25, 2019
ग्रैंड हयात होटल में तीनों दलों ने ‘वी आर 162’ लिखे हुए बैनर लगाए। इससे पहले संजय राउत ने ट्वीट कर राज्यपाल कोश्यारी को टैग किया था और इस शक्ति प्रदर्शन की जानकारी दी थी। मंच पर संविधान के कवर पेज की फोटो लगाई गई थी। विधायकों को शपथ भी दिलाई गई कि वे उद्धव ठाकरे, शरद पवार और सोनिया गाँधी के नेतृत्व में अपनी पार्टियों के प्रति निष्ठावान बने रहेंगे।