कृषि कानूनों को रद्द करने की माँग को लेकर दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे कथित किसान नेताओं ने अब लखनऊ घेरने का एलान किया है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश भाजपा ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक कार्टून के माध्यम से चेतावनी दी है। ट्वीट किए गए कार्टून में दिखाया गया है कि एक यूपी का एक बाहुबली राकेश टिकैत से कहता है, “सुना लखनऊ जा रहे तुम, किमें पंगा न लिए भाई। योगी बैठ्या है बक्कल तार दिया करे और पोस्टर भी लगवा दिया करे।”
ओ भाई जरा संभल कर जइयो लखनऊ में…#BJP4UP pic.twitter.com/TKwrjaIXYz
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) July 29, 2021
बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया था कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए किसान अब दिल्ली की तरह लखनऊ का भी घेराव करेंगे और यूपी चुनाव में जनता से भाजपा को हराने की अपील करेंगे। इस पर भाजपा की तरफ से तीखा पलटवार किया गया है। टिकैत ने बीजेपी नेता को लुटेरा बताते हुए कहा था कि पीएम मोदी को गुजरात भेजना पड़ेगा। साल 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को देश की सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
टिकैत ने कहा था कि 8 महीने आंदोलन करने के बाद संयुक्त मोर्चा ने फैसला किया है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और पूरे देश में जाकर किसानों के सामने अपनी बात रखी जाएगी। इसकी तैयारी के लिए 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में बड़ी पंचायत की जाएगी।
बता दें कि हाल ही मे किसान संघों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि वे स्वतंत्रता दिवस पर भाजपा नेताओं और मंत्रियों को राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे हरियाणा में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। टाइम्स नाउ से बात करते हुए एक किसान नेता ने कहा कि वे राज्य में ट्रैक्टर परेड निकालेंगे और भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाएँगे।
शनिवार (जुलाई 24, 2021) को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने धमकी देते हुए कहा था, “किसान संसद से किसानों ने गूँगी-बहरी सरकार को जगाने का काम किया है। किसान संसद चलाना भी जानता है और अनदेखी करने वालों को गाँव में सबक सिखाना भी जानता है। भुलावे में कोई न रहे।”
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने समानांतर संसद चलाने की धमकी दी थी। टिकैत ने यह धमकी आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार द्वारा ‘किसानों’ को केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति देने के बाद दी। वहीं, प्रदर्शन स्थल पर तथाकथित किसानों ने विरोध प्रदर्शन कवर करने गए मीडियाकर्मी पर लाठियों से हमला किया गया था।