Saturday, November 23, 2024
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163 साल पुराने इलाहाबाद जंक्शन का नाम अब प्रयागराज, योगी सरकार ने बदले 4 रेलवे स्टेशनों के नाम

अधिसूचना के तहत प्रयागराज जिले के अतर्गत आने वाले चार रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए हैं। इस बदलाव के बाद अब इलाहाबाद जंक्शन का नाम प्रयागराज जंक्शन, इलाहाबाद सिटी का नाम प्रयागराज रामबाग, इलाहाबाद छिवकी का नाम प्रयागराज छिवकी और प्रयागघाट का नाम बदलकर अब प्रयागराज संगम होगा।

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आने से पहले ही ये कयास लगते रहे कि प्रदेश में योगी सरकार आई तो नामों में परिवर्तन किया जा सकता है। कुछ ऐसा ही हुआ यूपी में योगी सरकार के आने के बाद। इलाहाबाद जिले का नाम बदलकर प्रयागराज करने के बाद यूपी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने प्रयागराज के चार रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद इलाहाबाद जंक्शन का नाम अब प्रयागराज जंक्शन होगा।

इलाहाबाद जिले का नाम बदलने के बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही अब जिले के रेलवे स्टेशनों के नाम में भी यूपी सरकार बदलाव कर सकती है। केंद्र सरकार से एनओसी मिलने के बाद इस संबंध में लोक निर्माण विभाग ने बीते दिन अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना के तहत प्रयागराज जिले के अतर्गत आने वाले चार रेलवे स्टेशनों के नाम बदले गए हैं। इस बदलाव के बाद अब इलाहाबाद जंक्शन का नाम प्रयागराज जंक्शन, इलाहाबाद सिटी का नाम प्रयागराज रामबाग, इलाहाबाद छिवकी का नाम प्रयागराज छिवकी और प्रयागघाट का नाम बदलकर अब प्रयागराज संगम होगा।

दरअसल पिछले वर्ष प्रयागराज में लगे कुंभ मेले से पहले ही योगी सरकार ने इलाहाबाद जिले का नाम प्रयागराज कर दिया था। इसके साथ ही नगर निगम, विकास प्राधिकरण समेत अन्य विभागों में भी नामों को बदला गया था, लेकिन शहर के स्टेशनों का नाम उस समय नहीं बदला जा सका था। इसके लिए जिला प्रशासन ने शासन और रेल मंत्रालय को चिट्ठी भेजी थी। साथ ही एक पत्र गृह मंत्रालय को भी भेजा गया था। वहीं गृह मंत्रालय से स्टेशनों के नाम बदलने की स्वीकृति मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग ने अपनी अधिसूचना जारी कर दी।

बता दें कि जिस इलाहाबाद जंक्शन का नाम बदलकर प्रयागराज जंक्शन किया गया है वह 163 साल पुराना है। इलाहाबाद जंक्शन से ब्रिटिशकाल में 1857 में फरवरी माह में कानपुर की ओर 41.8 किमी ट्रेन ट्रायल के तौर पर चलाई गई थी। इसके बाद 1859 में इलाहाबाद से कानपुर के बीच ट्रेन संचालन शुरू हुआ था।

आपको बता दें कि 2017 में यूपी की सत्ता में आते ही योगी सरकार ने स्थानों के नाम बदलना शुरू कर दिया था, जिसके तहत सबसे पहले मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर जनसंघ के संस्थापक सदस्य दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखा गया था। इसके बाद इलाहाबाद का नाम बदल प्रयागराज और फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या रखा गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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