भाजपा से निलंबित चल रहे उत्तराखंड के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को पार्टी ने अब बाहर का रास्ता दिखा दिया है। विधायक प्रणव चैंपियन का बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो शराब के नशे में धुत होकर बंदूक लहराते हुए डांस कर रहे थे।
इस दौरान वो उत्तराखंड को लेकर अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणी भी कर रहे थे। जिसके बाद बुधवार (जुलाई 10, 2019) को प्रदेश संगठन ने केंद्रीय नेतृत्व को पत्र लिखकर उनकी बर्खास्तगी की सिफारिश की थी। इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के पार्टी प्रमुख अजय भट्ट को प्रणव के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था और शाह के निर्देश के बाद प्रणव को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया। साथ ही उनसे 10 दिन के अंदर जवाब भी माँगा गया है।
#Breaking | BJP MLA Pranav Singh Champion (@PranavChampion) who was seen brandishing guns in a video has been expelled from the party.
— TIMES NOW (@TimesNow) July 12, 2019
More details by TIMES NOW’s @priyanktripathi. Listen in. pic.twitter.com/yFodtOFCi2
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने चैंपियन के पार्टी से निष्कासन की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हालिया वायरल वीडियो में उन्होंने जिस तरह की हरकतें की हैं, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उनकी इन्हीं हरकतों का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय नेतृत्व से उनके निष्कासन की सिफारिश की गई थी, जिसे मंजूरी दे दी गई है। गुरुवार (जुलाई 11, 2019) को प्रदेश भाजपा की ओर से चैंपियन को बर्खास्तगी का नोटिस भी भेजा गया था।
प्रणव सिंह चैम्पियन ने वायरल वीडियो पर कहा था कि गाली देने और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने कि लिए वो माफी चाहते हैं। उनका कहना है कि वो उस वक्त शराब पिए हुए थे, इसलिए नशे में थे और नशे में ऐसा हो जाता है। साथ ही विधायक का यह भी कहना है कि ये वीडियो एडिट किया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी माँ की तरह है और माँ उन्हें माफ कर देगी। हालाँकि, बीजेपी विधायक के इस ट्वीट का पार्टी पर कोई असर नहीं हुआ और उन्हें निष्कासित कर दिया गया।
गौरतलब है कि, यह पहला मामला नहीं है, जब चैंपियन सुर्खियों में आए हों। इससे पहले एक पत्रकार को धमकाते हुए उनका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इस वीडियो को लेकर भी उनकी काफी आलोचना हुई थी। भाजपा ने इसे अनुशासनहीनता का मामला मानते हुए चैंपियन को पार्टी से तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया था।