बिजनौर सीट से कॉन्ग्रेस उम्मीदवार नसीमुद्दीन सिद्दीकी के समर्थकों के बीच बिरयानी खाने को लेकर हुई झड़प और जूतम-पैजार में कई लोग घायल हो गए। बता दें कि बिना मंजूरी के एक चुनावी सभा के दौरान बिरयानी परोसने और पहले खाने की होड़ में विवाद हो गया। इसके बाद जमकर लाठी-डंडे चले, जिसके कारण कई घायल हो गए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुँची और कार्रवाई करते हुए इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया। पूरा मामला कुछ यूँ है। काकरौली थाना क्षेत्र के टडहेड़ा गाँव में शनिवार (अप्रैल 6, 2019) को हाल ही में कॉन्ग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक मौलाना जमील के आवास पर चुनावी सभा आयोजित की गई थी। चुनावी सभा के बाद दोपहर के भोजन के लिए बिरयानी परोसी जानी थी लेकिन वहाँ मौजूद लोगों में पहले बिरयानी खाने की होड़ में भयंकर मल्ल-युद्ध छिड़ गया। नौबत यहाँ तक आ गई कि लोगों ने लाठी-डंडों का भी सहारा लिया। बिरयानी की भूख तब शांत हुई जब कई लोग लहूलुहान हो गए।
हालाँकि, बताया जा रहा है कि जल्द ही सूचना मिलने पर पहुँची पुलिस ने घटनास्थल पर हिंसक भीड़ को तितर-बितर न किया होता तो बिरयानी लूटने के लिए ये एक-दूसरे की जान ले लेते। क्षेत्राधिकारी राम मोहन शर्मा ने बताया कि आईपीसी की विभिन्न धाराओं और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में जमील और उनके बेटे नईम अहमद समेत 34 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। घटना के संबंध में अभी तक नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
संभावित तनाव को देखते हुए गाँव में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। बता दें कि जमील ने गत सप्ताह बसपा का साथ छोड़कर कॉन्ग्रेस का हाथ थाम लिया था। वह 2012 में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे। बिजनौर में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान होगा।