अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ऋषिकेश में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए विश्राम सदन का निर्माण कराया जा रहा है। इस विश्राम सदन का निर्माण भाऊराव देवरस सेवा न्यास की ओर से करवाया जा रहा है। इसमें ऋषिकेश एम्स के मरीजों व उनके तीमारदारों को बहुत मामूली दरों पर आवास एवं भोजन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
इस न्यास के ट्रस्टी सजंय गर्ग हैं। उन्होंने बताया कि यहाँ 3.5 एकड़ लीज की भूमि पर बनने वाले माधव सेवा विश्राम सदन (Madhav Seva Vishram Sadan) में 400 लोगों को बेहद कम लागत पर ठहरने और भोजन की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि उत्तराखंड सरकार की ओर से न्यास को 50 लाख रुपए देने की घोषणा की गई है। एम्स के समीप वीरभद्र में विश्राम सेवा सदन का निर्माण कार्य करीब 55 करोड़ की लागत से दिसंबर 2023 तक पूर्ण हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि करीब 135 कमरों वाले भवन में 400 बेड की सुविधा होगी। यह वास्तुशिल्प संरचना, पारंपरिक भारतीय स्थापत्य के अनुसार होगा। इसमें मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए भोजनालय, पुस्तकालय, सत्साहित्य केंद्र सभागार, भजन कीर्तन, सत्संग एवं ध्यान कक्ष निर्माण, फिजियोथेरेपी, नेचुरोपैथी, योग एवं पंचकर्म की सुविधा के साथ ही निशुल्क नेत्र जाँच एवं चश्मे वितरण की सुविधा उपलब्ध होगी।
विश्राम सदन में मरीजों और उनके परिजनों को हर प्रकार की जरूरी सुविधाएँ उपलब्ध होगी। इससे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से गंभीर बीमारी का इलाज कराने के लिए आने वाले रोगियों और परिचारकों को राहत मिलेगी। अभी तक उन्हें महँगे होटलों में रहने और भोजन के लिए काफी पैसा खर्च करना पड़ता था।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जूना अखाड़े के प्रमुख स्वामी अवधेशानंद गिरी, योग गुरू बाबा रामदेव, कथावाचक संत विजय कौशल और संघ के सर कार्यवाह गोपाल कृष्ण शर्मा ने 13 जून को माधव सेवा विश्राम सदन का शिलान्यास किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा था कि यह एक ईश्वरीय कार्य है, इसमें हम भी पूरी सेवा देंगे।
बता दें कि न्यास की तरफ से बनाया जाने वाला यह छठा भवन होगा। इसी तरह के पाँच सदन देश के कई एम्स के मरीजों व उनके तीमारदारों की सेवा में पहले से चल रहे हैं, जहाँ आवास के साथ ही भोजन की सुविधा भी उपलब्ध है।